रोहतक : भारत की जनवादी नौजवान सभा (डीवाईएफआइ) कॉलेज काडर लेक्चर्स की भर्ती को अचानक रद करने के फैसले की कड़ी आलोचना करती है। सरकार के इस हड़बड़ी में उठाए गए कदम से एक बार फिर नौकरियों में चल रहे भ्रष्टाचार का खेल उजागर हुआ है।डीवाइएफआइ के राज्य प्रधान संदीप सिंह ने कॉलेज लेक्चर्रस की भर्ती रद करने के फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने बिना वाजिब कारण दिए भर्ती को रद करने का निर्णय लिया है। इस फैसले से नौजवानों के साथ भद्दा मजाक हुआ है, वहीं सरकार के संरक्षण में नौकरियों में चल रहे भ्रष्टाचार की सूची में एक और नया मामला जुड़ गया है। भर्ती रद होने से साफ संकेत मिलते हैं कि मुख्यमंत्री, मंत्री व बड़े-बड़े अधिकारियों को न तो विद्यार्थियों की पढ़ाई की चिंता है और न ही बेरोजगार युवाओं के भविष्य का कोई ख्याल है। छात्र व युवा समुदाय को किसी भी कीमत पर अपने भविष्य हो रहे खिलवाड़ को बर्दाश्त नहीं करेगा। नौकरियों में हो रहे फर्जीवाड़ों व भ्रष्टाचार की जांच की जानी चाहिए, ताकि दोषियों को जेल भेजा जा सके। नौकरियों में उजागर हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन की व्यापक रणनीति तैयार करने के लिए रविवार को छात्र-युवाओं की राज्यस्तरीय बैठक का आयोजन किया जाएगा। dj
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