हिसार : नियमित करने व रेशनेलाइजेशन के विरोध में अतिथि अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ आंदोलन का बिगुल बजा दिया है। अध्यापक आठ फरवरी को दिल्ली स्थित जंतर-मंतर पर महा आक्रोश रैली करेंगे। इसके बाद 9 फरवरी से मांग पूरी होने तक आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे।
इस संबंध में बृहस्पतिवार को क्रांतिमान पार्क में आयोजित बैठक में अतिथि अध्यापकों ने अपने आंदोलन की रूपरेखा को अंतिम रूप दे दिया है। हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ के अध्यक्ष ईश्वर शास्त्री व मीडिया प्रभारी अजय लोहान ने स्पष्ट कहा है कि वो अपना रोजगार बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश में कार्यरत 15 हजार 6 अतिथि अध्यापक 8 फरवरी को दिल्ली में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद वे 9 फरवरी से दिल्ली में ही आमरण अनशन करेंगे।
अतिथि अध्यापक संगठन के मीडिया प्रभारी अजय लोहान ने बताया कि प्रदेश भर के करीब 15 हजार अध्यापक पिछले आठ सालों से सरकारी स्कूलों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसके कारण शिक्षा में तो सुधार हुआ है साथ ही सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। सरकार बार बार नियमित करने के झूठे आश्वासन देकर अध्यापकों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने अध्यापकों को नियमित नहीं किया गया तो वे अपने बच्चों सहित दिल्ली के जंतर मंतर पर नौ फरवरी को धरना देंगे और आमरण अनशन करेंगे। बता दें कि अतिथि अध्यापक उक्त मांगों को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मिल चुके हैं मगर मांग अभी तक अधूरी है। dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.