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Tuesday, 18 November 2014

अब सभी विश्वविद्यालयों में शुरू होगा सीबीसीएस

** यूजीसी ने पत्र लिखकर "च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम लागू करने के दिए निर्देश 
सिरसा : कॉलेज और विश्वविद्यालयों में पास होने के लिए अब अंक नहीं ग्रेड प्राप्त करना होगा। स्कूलों की तर्ज पर अब अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री, डिप्लोमा, और सर्टिफिकेट कोर्स में क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) केंद्रीय, राज्य और डीम्ड यूनिवर्सिटी में लागू होगा। इसके लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सभी विश्वविद्यालयों को पत्र लिखकर अगले सत्र से च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम लागू करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। 
यूजीसी का मानना है कि इससे शिक्षा की गुणवत्ता और छात्रों की परफारमेंस सुधरेगी। साथ ही विदेशों में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम पहले से ही लागू है। छात्रों को देश और विदेश में एक इंस्टीट्यूट से दूसरे इंस्टीट्यूट में माइग्रेशन और ट्रांसफर सिस्टम में कोई दिक्कत नहीं आएगी। देश के कुछ इंस्टीट्यूट पहले ही सीजीपीए सिस्टम लागू कर चुके हैं। 
आगे क्या : 
सीजीपीएसिस्टम के तहत नए पाठ्यक्रम लागू होने से पेपरों की संख्या में वृद्धि होगी। विवि को नए इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत पड़ेगी। 
शुरू होंगे तीन नए काेर्स 
सीबीसीएस के तहत कोर, इलेक्टिव और फाउंडेशन में नए काेर्स शुरू होंगे। इनमें लैब वर्क, फील्ड वर्क, प्रोजेक्ट वर्क, वोकेशनल ट्रेनिंग, वायवा, सेमिनार, प्रेसेंटेशन, असाइनमेंट, सेल्फ स्टडी का समायोजन होगा। कोर काेर्स प्रत्येक सेमेस्टर में जरूरी विषय के तौर पर पढ़ाए जाएंगे। जो कि छात्रों की डिसिप्लिन ऑफ स्टडी की जरूरत को पूरा करेंगे। इलेक्टिव कोर्स में छात्रों में डिसिप्लिन ऑफ स्टडी की सहायतार्थ आने वाले विषय होंगे। तीसरा फाउंडेशन कोर्स दो प्रकार के होंगे। कंपल्सरी फाउंडेशन और इलेक्टिव फाउंडेशन। कंपल्सरी फाउंडेशन में कंटेंट और ज्ञानवर्धक शैक्षणिक सामग्री होगी। इसी प्रकार से इलेक्टिव फाउंडेशन कोर्स में वेल्यू बेस्ड और मैन मेकिंग एजुकेशन शामिल होगी। क्रेडिट बेस्ड सेमेस्टर सिस्टम में प्रत्येक कोर्स के क्रेडिट नंबर दिए जाएंगे। एक घंटे का एक लेक्चर दो घंटे का प्रेक्टिकल वर्क, एक क्रेडिट अंक के समानांतर होगा। प्रत्येक सेमेस्टर के अंत में स्टूडेंट्स को ग्रेड कार्ड सर्टिफिकेट दिया जाएगा। इस सर्टिफिकेट में काेर्स की डिटेल, कोड, टाइटल, नंबर, क्रेडिट और एसजीपीए का ग्रेड होगा। जबकि वर्ष के दोनों सेमेस्टर के अंत में सीजीपीए दिया जाएगा। 
ऐसे होगी ग्रेडिंग 
लैटर ग्रेड,      ग्रेड प्वाइंट 
 (आउटस्टैंडिंग) , 10 
 + ( एक्सीलेंट) , 9 
 (वैरी गुड), 8 
 बी (गुड,) 7 
 बी,(एबोव एवरेज),6 
 सी (एवरेज) 5 
 पी, (पास), 4 
 एफ, (फेल),0 
 एबी (अबसेंट),0 
"अभी तक हरियाणा एग्रीकल्चर विश्वविद्यालय लाला लाजपत राय वेटरनिटी विश्वविद्यालय में क्रेडिट बेस्ड सेमेस्टर सिस्टम लागू किया जा चुका है। जो कि अमेरिका के लैंड ग्रांड पैटर्न पर आधारित था। यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों में सीबीएसएस सिस्टम लागू करने के निर्देश दिए है। यूजीसी जब तक इस सिस्टम का पाठ्यक्रम नहीं भेजता, तब तक विश्वविद्यालय उसे लागू नहीं कर पाएंगे।"--प्रो.एसके गहलावत, डीनऑफ कॉलेजिज, सीडीएलयू।                                     db

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