रोहतक : प्रदेश की यूनिवर्सिटियों में अधूरी योग्यता लेकर कुलपति बनने वालों की कुर्सी खतरे में हैं। खट्टर सरकार ने यूजीसी की गाइडलाइन का पालन करते हुए उठापटक की तैयारी शुरू कर दी है। कुलपति के शैक्षिक शैक्षणिक तथ्य भी जांचे जा रहे हैं। गुरुवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बातचीत में कहा कि कुलपतियों की योग्यता पर मंथन किया जा रहा है।
प्रदेश में 13 यूनिवर्सिटी हैं। कुलपतियों की नियुक्ति को लेकर यूजीसी ने गाइडलाइन जारी कर रखी है, जिसमें बतौर प्रोफेसर दस साल का अनुभव होना अनिवार्य है। प्रदेश सरकार ने 2008 में कुलपति नियुक्तियों को लेकर एक्ट में संशोधन कर तय किया था कि कुलपति को शिक्षाविद् होना अनिवार्य है।
कोर्टमेंें भी है मामला :
एमडीयूके प्रोफेसर डॉ. एसपीएस दहिया, इमसार के प्रोफेसर डॉ. राजकुमार और विधि विभाग के प्रोफेसर डॉ. केपीएस महलवार ने सितंबर 2014 को हाइकोर्ट में याचिका दायर की थी। इसमें कुलपतियों की नियुक्तियों को यूजीसी की गाइडलाइन के अनुरूप नहीं होने का हवाला दिया था। सरकार यूजीसी को नोटिस देकर जवाब मांगा है।
लाला लाजपत राय विवि, हिसार
कुलपति : मेजरजरनल श्रीकांत शर्मा,
सेवानिवृत एसएम, वीएसएम
इंदिरा गांधी विवि मीरपुर, रेवाड़ी
कुलपति : मोहिंद्रकुमार
योग्यता: आईएएससेवानिवृत।
चौ. रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद
कुलपति-मे. जरनल डॉ. रणजीत सिंह
योग्यता: पीएचडी,एमएड
वायएमसीए यूनिवर्सिटी, फरीदाबाद
कुलपति : कर्णसिंह यादव,
शिक्षा: स्नातक
ले.जरनल आर्मी से सेवानिवृत
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र
कुलपति : डॉ.डीडीएस संधु
शिक्षा: पीएचडी,एमबीए, डी.लिट
टीचिंगअनुभव : शून्य
सेवा निवृत ले. जनरल, आर्मी
अनुभव: जीजेयूके कुलपति रहे हैं।
एमडीयू, रोहतक
कुलपति : एसएसचहल
शिक्षा: बीटेक,पीजी डिप्लोमा
अनुभव: चीफइंजीनियर रिटायर्ड, हरियाणा पीडब्ल्यूडी
टीचिंग: एकमाह
दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं तकनीकी विवि मुरथल के कुलपति रह चुके हैं।
राज्य दृश्य एवं कला विश्वविद्यालय, रोहतक
कुलपति : अश्वनीसब्बरवाल
शैक्षणिकयोग्यता : वास्तुकलामें स्नातक
वास्तुकला के क्षेत्र में अच्छा अनुभव है, लेकिन शिक्षाविद नहीं रहे।
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