कैथल : भाजपा सरकार अतिथि अध्यापकों के साथ जंतर-मंतर पर किए वादों को भूल गई है। भाजपा सरकार की वादाखिलाफी से अतिथि अध्यापकों में भारी रोष है। इसी के चलते अतिथि अध्यापक एक मार्च को प्रदेशभर के 90 विधायकों को ज्ञापन सौंपेंगे।
यह बात हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ के जिलाध्यक्ष सुभाष चंद जिला कोषाध्यक्ष शमशेर नैन ने कही। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में दिल्ली के जंतर-मंतर पर अतिथि अध्यापकों का प्रदर्शन आमरण अनशन चल रहा था। उस समय प्रदेश के वर्तमान शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा खेल एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अनशन पर पहुंचकर अतिथि अध्यापकों के साथ सहानुभूति जताई थी। उन्होंने अतिथि अध्यापकों से वादा किया था कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही सभी 15,000 अतिथि अध्यापकों को नियमित करेंगे।
इसके अलावा पिछला एरियर भी भुगतान किया जाएगा। प्रदेश सरकार ने घोषणा पत्र में भी अतिथि अध्यापकों को नियमित करने का वादा किया था। अब सत्ता संभालने के बाद भाजपा सरकार सरकारी स्कूलों मेें कार्यरत
अतिथि अध्यापकों की अनदेखी कर रही है। अतिथि अध्यापकों में भारी रोष है। इसी रोष के चलते एक मार्च को प्रदेश के सभी अतिथि अध्यापक सभी 90 विधायकों को नियमित करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार अतिथि अध्यापकों को नियमित करने के स्थान पर कभी वर्कलोड का बहाना, कभी विषय कंबिनेशन को बहाना बहाना बनाकर धीरे-धीरे हटा रही है। बार-बार सीएम शिक्षा मंत्री से मुलाकात के बाद भी अतिथि अध्यापकों की मांगों के बारे में कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला।
जिलाध्यक्ष ने कहा कि कैथल जिला के सभी अतिथि अध्यापक एक मार्च को हनुमान वाटिका में एकत्रित होंगे। इसके बाद शहर में प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री के नाम पर विधायकं को ज्ञापन सौंपा जाएगा। db
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