भिवानी : शिक्षा विभाग ने अंगूठा जांच के बाद फर्जी पाए गए जेबीटी शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी करने की तैयारी कर ली है। इससे संबंधित आदेश जिला मौलिक अधिकारियों को दे दिए हैं। जिले में ऐसे अध्यापकों की संख्या 15 है।
यह है मामला
वर्ष 2011 में शिक्षा विभाग ने 8404 अध्यापकों की नियुक्ति की थी। नियुक्ति के बाद इस भर्ती के आरोप लगे थे। जिसके बाद उच्च न्यायालय ने विभाग को अध्यापक पात्रता परीक्षा में बैठे उम्मीदवारों के अंगूठा जांच के आदेश दिए थे। जांच के बाद 778 पात्र उम्मीदवारों की अंगूठा जांच सही नहीं पाई गई। जिले में ऐसे अध्यापकों की संख्या 15 है। इस पर विभाग ने संदेह के घेरे में आए उक्त अध्यापकों को कारण बताओ नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। विभाग ने इससे संबंधित आदेश सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को दे दिए हैं। आदेश के अनुसार उक्त शिक्षकों को 15 दिन में अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी। स्थिति स्पष्ट नहीं करने वालों को बर्खास्तगी के आदेशों के साथ साथ उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई जाएगी।
जांच में प्रदेश भर में 778 अध्यापक संदेह के घेरे में पाए गए हैं। इसके अलावा 199 अध्यापक ऐसे थे जो बिना अंगूठा जांच के त्याग पत्र दे चुके हैं तथा 29 ने निशान के बाद त्याग पत्र दे दिया है। तीन अध्यापक लंबे समय से अनुपस्थित चल रहे हैं। db
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