पानीपत : सर्वकर्मचारी संघ, हरियाणा कर्मचारी महासंघ, हरियाणा संयुक्त कर्मचारी मंच के आह्वान पर अपनी मांगों को लेकर प्रदेश में 30 हजार से अधिक सरकारी कर्मचारियों ने जेल भरो आंदोलन के तहत गिरफ्तारी दी। प्रदेश के सभी जिलों में लघु सचिवालय पहुंचे कर्मचारियों ने कहीं सरकार के खिलाफ नारे लगाए तो कहीं नाच-गाकर विरोध जता सीएम के नाम मांगपत्र सौंपा।
यमुनानगर में आंदोलन की अगुवाई कर रहे जरनैल सिंह सांगवान ने कहा कि भाजपा सरकार को केन्द्र में आए काफी समय हो चुका है। चुनाव के दौरान मोदी के भाषणों से जो आस जगी थी, अब टूट चुकी है। कर्मचारी परेशान हैं, लेकिन उसकी आवाज को सुनने वाला कोई नहीं है। गिरफ्तारियों में मिड-डे-मील वर्कर यूनियन, हरियाणा ग्रामीण चौकीदार यूनियन, नगर पालिका कर्मचारी संघ, अध्यापक संघ, इज्जह्म्ैक कर्मचारी यूनियन सहित 11 यूनियन के कर्मचारियों ने भाग लिया।
...और बना दिया गेंद
सचिवालय परिसर के गेट को पार करने के लिए कर्मचारी सुभाष गेट पर चढ़ा तो पुलिसकर्मियों ने उसे वापस हवा में उछाल दिया। फिर कर्मचारियों ने उसे पुलिसकर्मियों की ओर धकेला। यह सिलसिला काफी देर तक चलता रहा।
...यह तो ट्रेलर था
कैथल में प्रदर्शन के दौरान केंद्रीय कमेटी सदस्य अशोक शर्मा ने कहा कि जेल भरो सत्याग्रह में विभिन्न विभागों से अभी कुछ ही कर्मचारी शामिल हुए हैं। कर्मचारियों द्वारा दिखाए ट्रेलर से ही जिला प्रशासन के पास बसें कम पड़ गई। रोडवेज की बसें मंगवाकर कर्मचारियों को जिला कारागार में पहुंचाया है। अगर सरकार ने जल्द मांगें मानी तो स्टेट की मीटिंग करके इससे भी बड़ा जेल भरो सत्याग्रह आंदोलन चलाया जाएगा।
ये हैं प्रमुख मांगें
- श्रम कानूनों के पंूजीपति परस्त संशोधन पर रोक लगे।
- न्यूनतम वेतन 15 हजार रुपए मासिक
- सभी कर्मचारियों को आवास की सुविधा।
- कच्चे कर्मचारियों को पक्का और स्थायी कर्मियों के बराबर वेतन भत्ते।
- ठेका प्रथा महंगाई पर रोक लगे
- कालाबाजारी, जामखोरी सट्टेबाजी के खिलाफ सख्ती हो
- पंजाब के समान वेतनमान
- बिजली परिवहन सेवाओं के निजीकरण के बिजली बिल ट्रांसपोर्ट बिल 2014 वापस लो।
- किसान विरोधी भूमि अधिग्रहण अध्यादेश वापस लिया जाए
- एलआईसी संशोधन बिल 2008 बीमा क्षेत्र में एफडी सीमा बढ़ाने का आध्यादेश वापिस लिया जाए
सोनीपत में महिलाओं ने नाच-गाकर व्यंग्य कसा
जेलभरो आंदोलन में करीब एक सौ से अधिक महिलाओं ने भी हिस्सा लिया। जब इन्हें पुलिस लाइन में छोड़ दिया गया तो यह हरियाणवी अंदाज में नाचने गाने लगी। गाने ऐसे सेलेक्ट किए गए, जिसमें सरकार की नीतियों पर वार किया गया। जिससे मौजूद सभी यूनियन नेताओं और पुलिस वालों ने भी खूब इंज्वाय किया। जिसके बाद बड़ी संख्या में एक एक कर लोग वहां से चलते बने। करीब एक घंटा की उठापटक के बाद पूरा मैदान खाली हो गया।
भिवानी में वॉलीबाल की तरह फेंके कर्मी
जेल भरो आंदोलन के तहत गुरुवार को विभिन्न विभागों के 2070 कर्मचारियों ने अपनी गिरफ्तारियां दीं। शहर में प्रदर्शन करते हुए विभिन्न विभागों के हजारों कर्मचारी सचिवालय पहुंचे। मिनी सचिवालय गेट कर्मचारियों को रोकने के लिए डीएसपी रमेश कुमार ऐलाबादी के नेतृत्व में भारी पुलिस जवान तैनात थे। कर्मचरी सचिवालय जाने के लिए काफी देर तक संघर्ष करते रहे। इसी बीच कुछ कर्मचारी अपने साथियों के ऊपर से क्रॉस कर अंदर जाने का प्रयास किया तो वहां से पुलिस ने कर्मचारियोें को वापस कर्मचारियों की तरफ उछाल दिया। 2070 कर्मचारियों ने कर्मचारी विराेधी नीतियों के खिलाफ गिरफ्तारी दी। इसके कुछ देर बाद सीटीएम जगदीप सिंह ने उन्हें रिहा कर दिया। db
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.