उचाना : राजकीय स्कूलों में बनने वाले दोपहर के भोजन पर नजर रखने के लिए खंड स्तर की कमेटी का गठन करने के आदेश मौलिक शिक्षा विभाग महानिदेशक द्वारा जारी किए गए हैं। गठित की गई कमेटी हर माह मिड-डे मील की रिपोर्ट भी भेजेगी। कमेटी गठन करने का उद्देश्य स्कूलों में दोपहर के अवकाश के दौरान छात्र-छात्राओं को खिलाए जाने वाले मिड-डे मील में किसी तरह की कोताही बरती जाने को लेकर किया गया है। कमेटी स्कूलों में निरीक्षण कर रसोई, बच्चों को परोसे जाने वाले खाने की गुणवत्ता को भी जांचेगी
ये होंगे टीम में शामिल :
खंड स्तर पर गठित होने वाली कमेटी में खंड शिक्षा अधिकारी, खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी, सीनियर प्रिंसिपल, सीडीपीओ, हेल्थ विभाग, हैफेड से एक-एक कर्मचारी, दो सुपरवाइजरों को शामिल किया जाएगा।
पहलीसे आठवीं तक है योजना राजकीयस्कूलों में दोपहर मिड-डे मील योजना के तहत पढ़ने आने वाले छात्र-छात्राओं को खाना-खिलाया जाता है। इसके लिए स्पेशल कुक भी नियुक्त किए गए हैं। सप्ताह में छह दिन विद्यार्थियों को अलग-अलग मीनू दिया जाता है।
मिड-डे मील में होगी गुणवत्ता
अभिभावक रामनिवास, सुभाष जगफूल ने कहा कि मिड-डे मील की जांच करने के लिए खंड स्तर पर कमेटी बनाने से इसमें गुणवत्ता होगी। कई बार मिड-डे मील में बनने वाले खाना में गुणवत्ता को लेकर कोताही बरती जाती है। टीम के गठन से अब कार्रवाई होने, जांच होने का डर भी रहेगा।
टीम का कर दिया है गठन
"मिड-डे मील की देखरेख, गुणवत्ता की जांच के लिए खंड स्तर की कमेटी का गठन किया जा चुका है। हर माह कमेटी स्कूलों में बनने वाले मिड-डे मील, भंडारण सहित अन्य रिपोर्ट भेजेगी।"-- राजकुमारअहलावत, खंड शिक्षा अधिकारी। db
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