हिसार : 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं से पूर्व हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने नया बदलाव किया है। बोर्ड ने निर्देश जारी किया हैं कि जो विद्यार्थी सीसीई में पास नहीं होगा उसे वार्षिक परीक्षाओं की मेरिट में भी फेल माना जाएगा। परीक्षा से पूर्व हुए इस बदलाव से विद्यार्थियों में भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
चार मार्च से हरियाणा शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं शुरू होने जा रही है। परीक्षाओं से कुछ दिन पूर्व बोर्ड ने नया दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। वार्षिक परीक्षाओं की मेरिट में सीसीई (निरंतर एवं सतत मूल्यांकन) के 20 अंक जुड़ते हैं। यदि विद्यार्थी सीसीई में पास नहीं हो पाता था तो भी उसे वार्षिक परीक्षाओं की मेरिट में पास कर दिया जाता था, लेकिन इस बार बोर्ड ने निर्देश जारी कर दिया है कि सीसीई में फेल होने वाले विद्यार्थियों को वार्षिक परीक्षाओं की मेरिट में भी फेल माना जाएगा। विद्यार्थियों के हितों को देखते हुए बोर्ड की यह पहल तो अच्छी है, लेकिन परीक्षा से ऐन वक्त पहले हुए इस बदलाव ने विद्यार्थियों को मुश्किल में डाल दिया है। क्योंकि सीसीई प्रोग्राम में पूरे सत्र एक्टीविटीज होती रहती है। ऐसे में विद्यार्थी को शुरुआत से ही इस पर ध्यान देना पड़ता है।
ये है सीसीई प्रोग्राम
सीसीई प्रोग्राम के माध्यम से विद्यार्थियों के बीस-बीस नंबर के दो टेस्ट होते हैं। इसके अलावा पंद्रह नंबर का प्रोजेक्ट वर्क और पांच नंबर उपस्थिति के मिलते हैं। कुल 60 नंबरों के वन थर्ड 20 नंबर वार्षिक परीक्षाओं की मेरिट में जुड़ते हैं। जबकि 80 नंबर विद्यार्थी को वार्षिक परीक्षाओं में हासिल करने होते हैं।
"सीसीई प्रोग्राम को लेकर बोर्ड के दिशा-निर्देश मिले हैं। मेहनती विद्यार्थियों को इससे काफी फायदा होगा।"---डॉ.मधु मित्तल, जिला शिक्षा अधिकारी हिसार db
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