कैथल : पश्चिमी बंगाल, आंध्र प्रदेश हिमाचल के बाद प्रदेश के सीनियर सेकंडरी स्कूलों में बच्चों को फ्री वोकेशनल एजुकेशन मिलेगी। फिलहाल कुछ स्कूलों में वोकेशनल एजुकेशन शुरू की गई है। केंद्र सरकार के सहयोग से चलाई जा रही वोकेशनल एजुकेशन में विद्यार्थियों के क्रेज को देखते हुए इसे प्रत्येक सीनियर सेकंडरी स्कूल में चलाने का निर्णय लिया गया है। ऐसे में बच्चों को मुफ्त वोकेशनल एजुकेशन देने वाला हरियाणा पहला प्रदेश बन जाएगा।
प्रदेश में केंद्र सरकार के सहयोग से करीब 490 सीनियर सेकंडरी स्कूलों में बच्चों को मुफ्त वोकेशनल एजुकेशन दी जाएगी। इस योजना को सफल बनाने के लिए शिक्षा विभाग ने प्रत्येक सीनियर सेकंडरी स्कूल से दो कमरे उपलब्ध कराने को कहा है। ताकि इन में वोकेशनल एजुकेशन के लिए सामान रखा जा सके। ज्यों ही विभाग को कमरे उपलब्ध हो जाएंगे कोर्स शुरू कर िदए जाएंगे। बच्चों को पढ़ाया जाने वाला प्रत्येक कोर्स सिलेबस में भी शामिल किया जाएगा। इन कोर्साें से बच्चे स्वयं रोजगार भी कर सकते हैं। वोकेशनल एजुकेशन के लिए विशेष टीचर नियुक्त किया जाएगा।
9वीं से 12वीं तक दी जाएगी वोकेशनल एजुकेशन
स्टूडेंट्स को ऐसे कोर्साें से विशेष सुविधा मिलेगी। सीनियर सेकंडरी स्कूलों में कक्षा नौवीं से कक्षा बाहरवीं तक के विद्यार्थियों को वोकेशनल एजुकेशन दी जाएगी। वोकेशनल एजुकेशन को विद्यार्थी ऑप्शनल सब्जेक्ट के तौर पर भी अपना सकता है। शिक्षा विभाग सीनियर सेकंडरी स्कूलों में बच्चों की प्लेसमेंट के लिए देश विदेश की कंपनियों को भी भेजेगा। वोकेशनल एजुकेश के दौरान किसी प्रकार की कोई फीस नहीं ली जाएगी। यहां तक कि पुस्तकें भी विद्यार्थियों को मुफ्त में दी जाएगी।
सर्टिफिकेट पर ले सकते हैं लोन
सीनियर सेकंडरी स्कूल में एग्रीकल्चर, ज्वेलरी, ऑटो मोबाइल, ब्यूटी पार्लर पेशेंट केयर के कोर्स चलाए जाएंगे। इनमें से कुछ कोर्स सीनियर सेकंडरी स्कूलों में चल भी रहे हैं। इस एजुकेशन के लिए केंद्र सरकार 75 प्रतिशत और प्रदेश सरकार 25 प्रतिशत खर्च कर रही है। चार वर्ष के इस कोर्स में विद्यार्थी को डीएमसी के साथ-साथ एक अलग से वोकेशनल एजुकेशन का सर्टिफिकेट भी मिलेगा। नौकरी नहीं मिलती तो विद्यार्थी स्वयं रोजगार अपना सकता है। इस सर्टिफिकेट से लोन की भी सुविधा होगी। db
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