रोहतक : प्रदेश के विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्तियों को लेकर तोड़े जा रहे नियमों पर शिक्षामंत्री ने कहा कि यूजीसी की गाइडलाइन कोई वेद वाक्य नहीं है, जिनको बदला नहीं जा सके। केंद्र में मंत्री स्मृति ईरानी हैं, जो जरूरत होगी तो नियमों को भी बदला जाएगा।
शिक्षा मंत्री के बयान के यही मायने निकाले जा रहे हैं कि कुलपति नियुक्ति में सरकार अपनी ही चलाएगी। सरकारी विश्वविद्यालयों के अधिकतर कुलपतियों की नियुक्तियां यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार नहीं है। गाइडलाइन के अनुसार विवि स्तर का शिक्षाविद् के तौर पर 10 साल का अनुभव होना चाहिए। इससे पहले पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में भी वीसी की नियुक्तियों पर सवाल खड़े हुए हैं। भाजपा सरकार बनने के बाद सीएम मनोहर लाल खट्टर ने इस पर मंथन करने के बारे में कहा था।
गीता भारत का गीत और प्रीत
शिक्षामंत्री शर्मा ने अगले शैक्षणिक सत्र से गीता पढ़ाए जाने पर कहा कि प्रदेश सरकार धार्मिक शिक्षा देने नहीं जा रही है। उन्होंने गीता को भारत का गीत और प्रीत, शंका और समाधान बताया। वहीं, उन्होंने कहा कि हरियाणा का बजट लोगों के सपनों को साकार करेगा और केंद्रीय रेल बजट भी प्रदेश के लिए अच्छा रहेगा।
शिक्षा सुधार को बनेगी समिति
शिक्षामंत्री ने कहा कि शिक्षा में सुधार और सेमेस्टर प्रणाली जैसे मुद्दों को लेकर प्रदेश सरकार शिक्षा सलाहकार समिति का गठन करेगी। इसमें सब तरह के विद्वानों जैसे आचार्यों, सेवानिवृत्त शिक्षकों को शामिल किया जाएगा। निजी स्कूलों में भी 10 फीसदी गरीब बच्चों को प्रवेश मिलेगा। निजी स्कूलों की मनमानी को रोका जाएगा। db
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