रोहतक : एक साल से नौकरी के लिए भटक रहे प्रदेश के 1080 पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (पीजीटी) अब राज्य सरकार के खिलाफ धरना देंगे। इसके लिए पीजीटी अनुभवी अध्यापक संघ ने सरकार को बाकायदा 23 फरवरी तक का अल्टीमेटम भी दिया है।
उन्होंने कहा कि अगर इस बीच सरकार ने ठोस निर्णय नहीं लिया तो 24 फरवरी को पंचकूला स्थित शिक्षा सदन के सामने सुबह 11 बजे से अध्यापक प्रदर्शन करेंगे। यह निर्णय सोमवार को छोटूराम पार्क में संपन्न राज्य स्तरीय बैठक में लिया गया। बैठक में करीब 14 जिलों के शिक्षक उपस्थित थे।
यह है मामला :
बता दें कि 27 जून 2014 को तत्कालीन सरकार ने प्रदेश में पीजीटी के करीब 14000 पदों पर भर्तियां कीं। इनमें से 1080 पदों पर होने वाली भर्तियों को बीच में ही रोक दिया गया। जिसके बाद से अभी तक ये शिक्षक नौकरी की मांग कर रहे हैं। पीजीटी अनुभवी अध्यापक संघ के प्रधान मंजीत ने बताया कि बैठक में सोनीपत, पानीपत, रोहतक, करनाल, अंबाला, झज्जर, भिवानी, हिसार सहित विभिन्न जिलों के अध्यापक आए थे।
अनशन के अलावा नहीं विकल्प
संघ के अनुज सिंह ने बताया कि शिक्षा को लेकर राज्य सरकार दोहरी भूमिका अदा कर रही है। हरियाणा में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए जहां सरकार बढ़ावा देने की बात कर रही है। अध्यापकों के साथ सरेआम खिलवाड़ किया जा रहा है। 24 अक्टूबर को भाजपा सरकार आने के बाद अध्यापकों के मन में एक उम्मीद किरण जगी, लेकिन चार माह बाद ये किरण बुझती सी दिखाई दे रही है। ऐसे में अध्यापकों के पास अनशन पर बैठने के अतिरिक्त दूसरा विकल्प नहीं है। db
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.