** दर्ज होगा केस, हाईकोर्ट ने फर्जी पात्रता वाले आवेदकों पर स्टेटस रिपोर्ट तलब की
चंडीगढ़ : जूनियर बेसिक टीचर (जेबीटी) की पात्रता परीक्षा में धांधली करने वाले 798 आवेदकों पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। प्रदेश सरकार की तरफ से यह अंडरटेकिंग दिए जाने के बाद वीरवार को हाईकोर्ट ने डायरेक्टर एलिमेंटरी एजुकेशन से कार्रवाई की स्टेट्स रिपोर्ट तलब की है।
इससे पहले डायरेक्टर एलिमेंटरी एजुकेशन ने जवाब दायर कर कहा कि 798 आवेदकों की पात्रता को फर्जी पाया गया है। इसके अलावा 6049 आवेदक ऐसे हैं जो संदेह के घेरे में है। 2011 में नियुक्ति पाने वाले जेबीटी की पात्रता परीक्षा पास करने के रिकार्ड की सीएफएसएल जांच में पाया गया कि केवल 1101 टीचर ऐसे हैं जिन्होंने पात्रता परीक्षा सही तरीके से पास की है।
शिक्षा विभाग की ओर से दी जानकारी में कहा गया कि 8285 शिक्षकों की अध्यापक पात्रता परीक्षा पास करने के मामले में जांच कराई गई थी। इस जांच के लिए आवेदन फार्म और पात्रता परीक्षा की ओएमआर शीट पर मौजूद अंगूठे के निशान का मिलान किया गया। 7150 मामलों में इन निशानों के सही होने की पुष्टि नहीं हुई हैै। इन 7150 में से 798 शिक्षकों को सरकार ने पूरी तरह से फर्जी करार दिया और बाकी 6049 शिक्षकों की पात्रता पर संदेह की बात कही।
2011 में हुई थी भर्ती
2011में शिक्षकों के 8285 पदों पर हुई भर्ती में नियमों की पालना होने और गलत तरीके से शिक्षक बनने वालों की नियुक्ति रद्द करने की मांग को लेकर जनहित याचिका दायर की गई थी। याचिका में कहा गया कि शिक्षा बोर्ड ने राज्यस्तरीय अध्यापक पात्रता परीक्षा का आयोजन किया था। इसके लिए जारी प्रोस्पेक्टस में साफ लिखा था कि परीक्षा की उत्तरपुस्तिका पर अंगूठे के निशान फार्म पर लिए अंगूठे के निशान का मिलान कर ही प्रमाणपत्र जारी किए जाएंगे। बावजूद इसके इस जांच को किए बिना ही प्रमाण पत्र जारी कर दिए गए। db
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