चंडीगढ़ : प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग ने बुधवार को कंप्यूटर शिक्षा प्रदाता निजी कंपनियों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। सेकेंडरी शिक्षा विभाग के महानिदेशक एमएल कौशिक ने टेंडर रद करने के आदेश जारी किए हैं। अब विभाग शिक्षकों को सिक्योरिटी राशि, प्रशिक्षण फीस, ईएसआइ और पीएफ के नाम पर की गई अवैध कटौती की राशि लौटाने की प्रक्रिया शुरू करेगा। कंपनियों का अनुबंध बर्खास्त किए जाने के बाद अब कंप्यूटर शिक्षकों के सामने नई समस्या खड़ी हो गई है। शिक्षा विभाग ने अभी शिक्षकों को अपने अधीन नहीं लिया है और कंपनियां अब सेवाएं जारी नहीं रख सकती। इसलिए शिक्षक स्कूलों में तैनात रहेंगे या नहीं, इसे लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। विभाग ने अभी तक शिक्षकों को स्कूलों में ज्वाइन करने के आदेश भी जारी नहीं किए हैं। रुके हुए एक वर्ष से अधिक समय के वेतन की अदायगी और भविष्य में वेतन कौन देगा, ये भी स्पष्ट नहीं है। शिक्षक परेशान हैं। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बावजूद अभी तक शिक्षकों का धरना खत्म कराने के प्रयास विभाग ने नहीं किए हैं। स्कूलों में शैक्षणिक सत्र खत्म होने वाला है और शिक्षकों के आंदोलनरत होने के कारण बीते कई दिनों से कंप्यूटर शिक्षा की कक्षाएं भी नहीं लग रही हैं। dj
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