** स्थायी नियुक्ति मांग रहे हैं पांच हजार कंप्यूटर शिक्षक
चंडीगढ़ : हरियाणा के सरकारी स्कूलों में अनुबंध आधार पर सेवाएं दे रहे कंप्यूटर शिक्षकों और लैब सहायकों को छह महीने के लिए और पढ़ाने का मौका दिया गया है। इसके बाद उनका अनुबंध नहीं बढ़ेगा। शिक्षा विभाग के फैसले से करीब 2600 कंप्यूटर शिक्षकों और इतने ही लैब सहायकों को फौरी तौर पर राहत मिली है।1स्कूल शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, मौलिक शिक्षा अधिकारियों और जिला प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटरों को लिखित आदेश जारी कर दिया है। इसके मुताबिक इन युवाओं से 31 दिसंबर तक उन्हीं स्कूलों में सेवाएं ली जाएंगी, जहां ये कार्यरत थे। इस दौरान कंप्यूटर शिक्षकों को दस हजार और लैब सहायकों को छह हजार रुपये मासिक मानदेय मिलता रहेगा। साथ ही साफ कर दिया गया है कि इसके बाद कंप्यूटर शिक्षकों और लैब सहायकों का अनुबंध किसी भी सूरत में नहीं बढ़ाया जाएगा।
बता दें कि आठ माह के लंबे आंदोलन के बाद प्रदेश सरकार ने सितंबर 2015 में इन्हें मार्च 2016 तक नौकरी पर रखा था। साथ ही मार्च में 3336 पदों के लिए नई भर्ती जारी कर दी। नई भर्ती को हाई कोर्ट में चुनौती दिए जाने के बाद सरकार को अलग-अलग मौकों पर इन शिक्षकों का अनुबंध तीन-तीन माह के लिए बढ़ाना पड़ा। पिछली मई में अनुबंध खत्म होने के बाद करीब पांच हजार कंप्यूटरों शिक्षकों और लैब सहायकों के भविष्य पर अनिश्चितता के बादल मंडराने लगे थे। नई नियुक्तियां नहीं होने के कारण अब एक बार फिर शिक्षा निदेशालय को इनकी सेवाएं लेनी पड़ी हैं।
"राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय व उच्च विद्यालयों में कंप्यूटर फैकल्टी व लैब अटेंडेंट को सरकार ने दोबारा रखने का फैसला लिया है। इन शिक्षकों को अंतरिम व्यवस्था के तौर पर मार्च में तीन महीने के लिए नियुक्त करते हुए निर्णय लिया गया था कि 31 मई के बाद इन्हें कोई एक्सटेंशन नहीं दी जाएगी। अब सरकार ने इस पर पुनर्विचार करते हुए इनकी सेवाएं पहलीजुलाई से बहाल कर दी हैं। केवल पहले से काम कर रहे युवाओं को मौका दिया जाएगा।"-- राम बिलास शर्मा, शिक्षा मंत्री, हरियाणा।
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