चंडीगढ़ : प्रदेश के 3271 कंप्यूटर टीचर्स को अब भाजपा सरकार से उम्मीद है कि वह पंजाब की नीति पर उन्हें स्थायी करवाने का प्रयास करेंगे। कंप्यूटर टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन का एक प्रतिनिधि मंडल शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा से मिला। इस मौके पर प्रतिनिधि मंडल ने उन तीन कंपनियों की भी शिकायत दी जिनके माध्यम से पिछली सरकार के कार्यकाल में भर्ती हुई थी। पंजाब की नीति के अनुसार कंप्यूटर टीचर्स को ढाई साल बाद स्थायी कर दिया जाता है।
एसोसिएशन के महासचिव शशि भूषण का कहना है कि भर्ती करने वाली कंपनियों ने कर्मचारियों के साथ धोखा किया है। पहले तो वेतन ही उन्हें 7 माह बाद मिला। पिछले साल अगस्त माह में परीक्षा लेने के बाद उन्हें 7 माह तक वेतन नहीं दिया गया। उसके बाद न तो उनका पीएफ काटा गया और न ही ईएसआई काटा गया है। शशि भूषण ने बताया कि उस समय नौकरी देते हुए 24 हजार रुपये की सिक्योरिटी भी ली गई है।
उन्होंने कहा कि पंजाब की तर्ज पर उन्हें लिए नई हरियाणा सरकार केा नीति बनाकर उनका शिक्षा विभाग में समावेश करना चाहिए। उधर शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा ने आश्वासन दिया है कि एसोसिएशन की मांगों पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है।
कंप्यूटर टीचर्स ने पिछली सरकार के कार्यकाल में पंचकूला से दिल्ली पदयात्रा करके प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंचे थे। यहां पर ज्ञापन देने के अलावा टीचर्स गृह मंत्री और शिक्षा मंत्री को भी मिले थे। au
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