भिवानी : पिछले कई दिनों से ज्वाइनिंग के लिए लटक रहे चयनित जेबीटी की आज जांच शुरू हो गई। जांच के दौरान चयनित शिक्षकों के अंगूठे लगवाए गए और उनसे हिंदी व अंग्रेजी में एक कागज पर हस्ताक्षर भी कराए। ताकि मूल आवेदन फार्म से इन दोनों चीजों का मिलान किया जा सके। हालांकि आज सुबह निर्धारित समय से 10-15 मिनट देरी से कार्य शुरू हुआ,लेकिन कल से उक्त कार्य ओर गति पकड़ने की संभावना जताई जा रही है।
सुबह निर्धारित समय पर शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों की टीम हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड स्थित एक भवन में पहुंच गई। वहां पर शिक्षा बोर्ड व शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने मिलकर चयनित शिक्षकों के अंगूठे एक कागज पर लगवाने आरंभ कर दिए।
इस दौरान अधिकारियों की टीम ने चयनित शिक्षकों के फोटो की प्रति तथा हिंदी व अंग्रेजी में एक कागज पर हस्ताक्षर भी कराए। इस दौरान उम्मीदवारों के कम से कम 6 बार हस्ताक्षर करवायेंगे। इसके अलावा हर चयनित टीचर से 6-6 लाइनें हिंदी व अंग्रेजी भाषा एक कागज पर अलग से लिखवाई गई। माना जा रहा है कि उक्त हस्ताक्षर आवेदन फार्म पर किए गए हस्ताक्षरों से मिलान करने की योजना है। एक उम्मीदवार को करीब आधे से पौने घंटे तक जांच पड़ताल से गुजरना पड़ा। जांच पड़ताल के पहले दिन सोमवार को करीब 200 शिक्षकों के अंगूठे व उनके हस्ताक्षर लिए।
जांच शुरू:
बोर्ड के सचिव पंकज कुमार ने बताया कि नवचयनित अध्यापकों की जांच का कार्य शरु हो गया है। शिक्षा विभाग को उन्होंने सारा रिकार्ड सौंप दिया है। अब जांच का जिम्मा उनके पास है।
यह था मामला
तत्कालीन सरकार ने प्रदेश में 9870 जेबीटी का चयन किया था। इन उम्मीदवारों की चयनित सूची तो जारी हो गई थी,लेकिन इनको ज्वाइन नहीं करवा गया था। बाद में इन शिक्षकों ने भाजपा सरकार से ज्वाइन करवाने की मांग की तो सरकार ने चयनित टीचरों की जांच करवाने का निर्णय लिया था। क्योंकि तत्कालीन सरकार पर इन शिक्षकों की भर्ती में गड़बडी होने की आशंका जताई गई थी। जिसके चलते सरकार ने इन शिक्षकों की जांच कराने का निर्णय लिया है। रोजाना 200 चयनित जेबीटी शिक्षकों की जांच होगी। इस सारी प्रक्रिया में तीन माह का समय बीत जाएगा। dt
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.