** हैमसा ने सरकार पर जानबूझ कर देरी करने का लगाया आरोप
चंडीगढ़ : लिपिक वर्गीय कर्मचारी पंजाब के समान वेतनमान लिए बिना चैन से बैठने वाले नहीं हैं। जनवरी में लिपिक दूसरे चरण का आंदोलन शुरू करेंगे। पहले चरण में धरना-प्रदर्शन और ज्ञापन देने का सिलसिला इस महीने पूरा हो चुका है। हरियाणा एजुकेशन मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन (हैमसा) ने नए साल में आंदोलन और तेज करने की सरकार को चेतावनी दी है।
एसोसिएशन के राज्य प्रधान संदीप सांगवान, महासचिव सतीश सेठी व कोषाध्यक्ष कमलजीत सिंह ने पंजाब के समान वेतन पर सरकार के फैसले पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि पहले पंद्रह दिन में समीक्षा करने की बात कही गई थी, लेकिन अब कमेटी बनाने का एलान किया गया। इससे लगता है कि भाजपा सरकार भी पूर्व कांग्रेस सरकार की तरह मांग को लागू करने में जानबूझ कर देरी कर रही है।
महासचिव सतीश सेठी ने कहा कि पंजाब समान वेतन की मांग को सबसे पहले हैमसा ने ही उठाया था।
चूंकि वेतनमान में सबसे ज्यादा मार लिपिक कर्मचारियों पर ही पड़ रही है। पहले चरण में मास डैपूटेशन के माध्यम से दिसंबर माह में अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर व करनाल जिलों में जिला शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से मुख्यमंत्री व वितमंत्री को ज्ञापन भेजे जा चुके हैं। दूसरे चरण में जनवरी में कुरुक्षेत्र, कैथल, पानीपत, हिसार, सिरसा में ज्ञापन दिए जाएंगे। जिला स्तर पर ज्ञापन देने का कार्यक्रम मार्च तक चलेगा। 11 व 12 अप्रैल को सिरसा में होने वाले हैमसा के राज्य प्रतिनिधि सम्मेलन में अगले आंदोलन की घोषणा की जाएगी। dj
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