तोशाम : प्रदेशभर के अतिथि अध्यापक पक्का करने की मांग को लेकर आज जंतर-मंतर पर दहाड़ेंगे। महाआक्रोश रैली के बाद कल से 11 प्रदर्शनकारी आमरण अनशन पर बैठेंगे।
हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ-22 के प्रदेशाध्यक्ष राजेन्द्र शास्त्री ने बताया कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कार्यरत करीब साढ़े 15 हजार अतिथि अध्यापक 8 वर्षों से नियमित होने की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि नियमित होने के लिए अतिथि अध्यापक राजरानी ने अपने प्राणों की आहुति भी दे दी, किंतु प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर कोई असर नहीं हुआ। उन्होंने यह भी बताया कि सर्वोच्च न्यायालय के अनुसार आर्टिकल 309 के तहत अतिथि अध्यापकों को नियमित किया जा सकता है।
प्रदेशाध्यक्ष ने बताया कि अतिथि अध्यापक मानसिक रूप से परेशानी झेल रहे हैं और अध्यापकों की एक आंख ब्लैक बोर्ड पर तो दूसरी आंख स्कूल के गेट पर होती है, कहीं उसकी जगह कोई नियमित अध्यापक न आ जाये। इसी डर से वे तनाव ग्रस्त रहते हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार का हवाला देते हुए बताया कि अगर यूपी सरकार बिना योग्यता वाले शिक्षा मित्रों को नियमित कर सकती है तो हरियाणा सरकार पूर्ण योग्यता वाले अतिथि अध्यापकों को नियमित क्यों नहीं कर रही है। dt
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