राजकीय स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थियों को मिड डे मील (मध्याह्न भोजना योजना) के व्यंजन में क्या दिया जा रहा है। इसकी रिपोर्ट प्रतिदिन दीवार पर सूचना बोर्ड पर अंकित करनी होगी। ऐसा नहीं करने वाले स्कूल इंचार्जों पर कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा विभाग ने इसके लिए सभी स्कूल इंचार्जों को निर्देश जारी किए हैं। विभाग के अधिकारी समय समय पर स्कूलों में जाकर औचक निरीक्षण भी करेंगे। ताकि स्कूलों में विद्यार्थियों को अच्छी क्वालिटी का मिड डे मील मिल सके। स्कूलों में दीवार पर पेंटिंग करने के लिए प्रति स्कूल एक हजार रुपये की राशि जारी की है।
शिक्षा विभाग ने स्कूलों में मिड डे मील में सप्ताह के प्रतिदिन क्या व्यंजन दिया गया है। इसको वार के हिसाब से अंकित करना होगा। वहीं स्कूल में विद्यार्थियों की संख्या भी देनी होगी। इसके लिए फायर ब्रिगेड विभाग के नंबर, पुलिस प्रशासन, सिविल अस्पताल, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी व खंड शिक्षा के मोबाइल नंबर दिए जाएंगे। विद्यार्थियों को कोई दिक्कत होने पर इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं।साफ-सफाई के भी लिखने होंगे संदेश
स्कूल की दीवारों पर विद्यार्थियों के स्वास्थ्य की तरफ ध्यान रखते हुए ये भी लिखा जाएगा कि विद्यार्थी हाथ मुंह धोकर मिड डे मील खाए। बर्तनों से बचे भोजन को कूड़ेदान में डाले, साफ पानी से प्रत्येक प्लेट धोए, विद्यार्थियों को पोषक भोजन उपलब्ध मात्रा का भोजन आवश्यक मिक्सचर के साथ दें।
इसलिए लिया फैसला
स्कूलों में सप्ताह के 4 दिन चावल से बने व 2 दिन गेहूं से बने व्यंजन दिए जाने जरूरी है। लेकिन अधिकतर स्कूलों में प्रतिदिन एक ही व्यंजन बना कर परोस दिया जाता है। इससे विद्यार्थियों को विभाग के मैन्यु अनुसार नहीं मिलता है।
इंचार्ज पर होगी कार्रवाई
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सुरेश कुमार ने कहा कि विद्यार्थियों को दिया जाने वाला मिड डे मील का ब्यौरा स्कूल की दीवारों पर पेंटिंग की जाएगी। इसके लिए सभी स्कूलों को एक एक हजार रुपये की राशि जारी की जाएगी। जो स्कूल इंचार्ज ऐसा नहीं करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। dbsrs
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