** संतोषजनक कार्य न मिलने पर चार्जशीट भी किया जा सकता है
** अब शिक्षक हर साल भरेंगे ‘सेल्फ अपरेजल’ रिपोर्ट
** रिपोर्ट में 50 प्वाइंट केवल छात्रों की प्रोग्रेस पर ही आधारित होंगे
** इसके लिए हर साल 6 जुलाई को मनाया जाएगा आत्म आकलन दिवस
अंबाला कैंट : अब सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की प्रोमोशन छात्रों की तरक्की पर अधारित रहेगी। जैसे-जैसे शिक्षक के बच्चों की शैक्षणिक योग्यता बढ़ती जाएगी, वैसे-वैसे शिक्षक की तरक्की व वेतन वृद्धि होती जाएगी। क्योंकि सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की तरक्की के सिस्टम को शिक्षा विभाग अब पूरी तरह से कारपोरेट की तर्ज पर बदलने वाला है। इसका खाका तैयार कर लिया गया है, जल्द ही सभी शिक्षकों को नए तरीकों से अवगत करा दिया जाएगा।
नए तरीके के तहत स्कूलों में अब एसीआर यानी एनुअल कांफिडेंशियल रिपोर्ट सिस्टम खत्म हो जाएगा। अभी तक इसी तरीके से स्कूलों में शिक्षकों की तरक्की व वेतनवृद्धि होती है। ये एसीआर शिक्षक व गैर शिक्षक कर्मचारी का सीनियर ही लिखता था और उसी के आधार पर शिक्षक व गैर शिक्षक स्टाफ को तरक्की मिलती थी। अब ये सिस्टम शिक्षा विभाग से लगभग खत्म कर दिया जाएगा।
हर कार्य का आंकलन होगा
स्कूलों में शिक्षक एनुअल कांफिडेंशियल रिपोर्ट के बजाय सेल्फ अपरेजल रिपोर्ट भरेंगेे। सेल्फ अपरेज़ल रिपोर्ट भरने का तरीका एसीआर से बिल्कुल अलग रहेगा। इसमें शिक्षकों को जॉब प्रोफाइल का एक प्रोफॉर्मा दिया जाएगा।
जो सौ अंकों का होगा। हर कॉलम के हिसाब से शिक्षक को ये बताना होगा कि उसने खुद का पूरे साल में क्या आंकलन किया है? उसने बच्चों को क्या पढ़ाया है, उसके पढ़ाए बच्चों का कितना बौद्धिक व शैक्षणिक विकास हुआ, विषय का ज्ञान बच्चों को कितना क्लीयर हुआ, बच्चों के परीक्षाओं में अंक कितने हैं? इत्यादि। अधिकतर ऐसे कॉलम हैं, जो पूरी तरह से छात्रों की प्रोग्रेस पर ही केंद्रित है। इसके पचास अंक शिक्षकों को मिलेंगे। अपनी रिपोर्ट में बच्चों की प्रोग्रेस रिपोर्ट भरकर शिक्षक अपने प्राचार्य को सौंपेगा और प्राचार्य उनके द्वारा भरी जानकारियाें को क्रॉस चेक करके उस सेल्फ अपरेज़ल रिपोर्ट पर टिप्पणी करते हुए वो रिपोर्ट निदेशालय को भेज देगा। उसके बाद शिक्षकों को चार कैटेगरी में रखा जाएगा। सबसे कम कैटेगरी होगा ‘औसत से भी कम’। यदि शिक्षक की सेल्फ अपरेशल रिपोर्ट ‘औसत से भी कम’ कैटेगरी में रही, तो उसे तरक्की देना तो दूर हर साल सितंबर से स्पष्टीकरण नोटिस जारी होगा और जवाब संतोषजनक न होने पर नवंबर तक उस शिक्षक को चार्जशीट दे दी जाएगी। बहरहाल, अब शिक्षकों की तरक्की छात्रों की प्रोग्रेस रिपोर्ट पर टिकी रहेगी।
छह जुलाई को रिपोर्ट भरेंगे शिक्षक
हर साल 6 जुलाई को शिक्षक सेल्फ अपरेजल रिपोर्ट अपने-अपने स्कूलों में भरेंगे। हरियाणा शिक्षा विभाग ने हर साल इस दिन को शिक्षकों के लिए ‘आत्म आंकलन दिवस’ घोषित करने का फैसला लिया है। इसी दिन सभी शिक्षक अपना आत्म आंकलन करते हुए सेल्फ अपरेजल रिपोर्ट भरेंगे और अपने सीनियर को जमा करवाएंगें। इसमें शिक्षक अपने पूरे साल की शिक्षा के अतिरिक्त अन्य गतिविधियों में भी अपनी सहभागिता के बारे में अपनी रिपोर्ट भरेगा।
"शिक्षा विभाग की ओर से यह नई कोशिश है। जिसे लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। अब एसीआर की जगह शिक्षक अपनी सेल्फ अपरेजल रिपोर्ट भरेंगे, जो बच्चों की प्रोग्रेस पर ही अधारित है। बच्चों की शैक्षणिक तरक्की होती रहेगी, तो उन्हें पढ़ाने वाला शिक्षक भी तरक्की पाता रहेगा। इसके लिए पूरा प्रोफॉर्मा तैयार किया गया है।"--सुरीना राजन, प्रधान सचिव एवं वित्तायुक्त, शिक्षा विभाग हरियाणा au
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