रोहतक : बीएएमएस के पासआउट विद्यार्थियों के लिए अब हेल्थ विवि प्रबंधन अन्य संस्थानों में पीजी दाखिले की सिफारिश करेगा। विवि की ओर से फैसला लिया गया है कि जब तक सीसीआईएम द्वारा मान्यता प्रदान नहीं की जाती, तब तक विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों को प्रोविजनल डिग्री प्रदान की जाएगी, ताकि छात्रों को किसी अन्य विश्वविद्यालय से पीजी करने में किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े।
विवि की ओर से लिए नए फैसले के मुताबिक अब विद्यार्थी एमडीयू से मिलने वाली प्रोविजनल डिग्री से किसी भी कॉलेज या विवि में पीजी की कक्षाओं में प्रवेश पा सकेंगे। प्रवेश न मिलने की स्थिति में हेल्थ विवि अधिकारियों के संज्ञान में बात रखनी होगी। विवि की ओर से समस्या आने पर उक्त कॉलेज या विवि को पत्र लिखकर पूरे मामले से अवगत कराया जाएगा और छात्र का दाखिला कराने की सिफारिश की जाएगी। अभी तक बीएएमएस डिग्री का स्थाई पंजीकरण न होने से पास आउट छात्रों का कहीं पर भी प्रवेश नहीं हो रहा था। इधर, द्रव्य गुण विज्ञान व बैक सिस्टम खत्म करने की मांग को लेकर हंगामा करने वाले जूनियर बीएएमएस के छात्रों को सिर्फ आश्वासन ही दिया जा रहा है। इनकी मांगों को आखिर कब पूरा किया जाएगा, यह कोई भी बताने को तैयार ही नहीं है। विवि प्रशासन ने एक बार फिर से छात्रों को आश्वासन देते हुए बताया कि बैक सिस्टम सीसीआईएम ही समाप्त कर सकता है। द्रव्य गुण विज्ञान परीक्षा में फेल छात्रों का मामला कुलपति व परीक्षा नियंत्रक के पास है। जल्द ही मामले का हल निकाल लिया जाएगा। आश्वासन पर छात्रों ने आज होने वाले प्रदर्शन को टाल दिया है। छात्रों का कहना है कि अगर पांच दिनों के अंदर मांगें पूरी नहीं होती है, तो फिर नई रणनीति बनाई जाएगी।
"बीएएमएस के पास आउट छात्र किसी भी कॉलेज या विवि में प्रवेश ले सकते हैं। कोई दिक्कत आने पर छात्र शिकायत करें, विवि प्रशासन उक्त शिक्षण संस्थान में विद्यार्थियों का दाखिला कराएगा। सीसीआईएम में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है।"---डॉ. अशोक चौहान, कुलसचिव, पं. बीडी शर्मा हेल्थ विवि, रोहतक db
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