चंडीगढ़ : प्रदेश सरकार ने शिक्षा विभाग में हर स्तर पर ठेकेदारी प्रथा और आउटसोर्सिग खत्म करने की तैयारी कर ली है। शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने विभाग में ठेकेदारी पर हो रहे कार्यो की पूरी रिपोर्ट तलब कर ली है। रिपोर्ट में इसके तहत काम कर रहे शिक्षकों व कर्मचारियों के बारे में पूरी जानकारी मांगी गई है।
शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा का कहना है कि ठेकेदारी प्रथा खत्म करने की दिशा में गंभीरता से विचार किया जा रहा है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों से पूरी रिपोर्ट मांगी गई है। एक पखवाड़े के भीतर यह रिपोर्ट देनी होगी।
शिक्षा मंत्री ने अतिथि अध्यापकों की सेवाएं बरकरार रखने का भी संकेत दिया है। उन्होंने कहा कि अतिथि अध्यापकों को नहीं हटाया जाएगा। शर्मा के अनुसार शिक्षा एक ऐसा विभाग है, जिसमें ठेका प्रथा का कोई काम नहीं है। इसीलिए सरकार शिक्षा विभाग में ठेकेदारी प्रथा और आउट सोसिर्ंग प्रणाली को खत्म करने पर विचार कर रही है। इसके लिए समीक्षा शुरू कर दी गई है। शिक्षा मंत्री ने यह तो साफ नहीं किया कि ठेकेदारी और आउटसोर्सिग के जरिए लगे कर्मचारियों का क्या भविष्य होगा, लेकिन जिस तरह से अतिथि अध्यापकों को नहीं हटाने की बात कही जा रही है, उससे लगता है कि सरकार हाल-फिलहाल किसी तरह के विवाद में नहीं पड़ेगी और ठेकेदारी व आउटसोर्सिग के जरिए लगे कर्मचारियों को अपने अधीन ले सकती है।
शिक्षा मंत्री का कहना है कि सरकार अतिथि अध्यापको को नहीं हटाएगी। उनकी सेवाओं को बरकरार रखा जाएगा। उन्होंने कंप्यूटर शिक्षकों से हुई मुलाकात पर कहा कि उनकी हर समस्या पर गौर कर उसका समाधान निकाला जाएगा। मालूम हो कि हुड्डा सरकार के खिलाफ ठेके पर रखे गए शिक्षकों ने कई बार ठेका प्रथा खत्म करने के लिए संघर्ष किया था और उनसे निपटना सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया था। इसलिए मौजूदा सरकार इस समस्या को जड़ से खत्म करना चाहती है । dj
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