चंडीगढ़ : प्रदेश सरकार के स्वच्छता अभियान ने सरकारी स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों की दिक्कतें बढ़ा दी हैं। शिक्षक स्वच्छता अभियान के पक्ष में हैं, लेकिन सरकारी अवकाश व रविवार की छुट्टी रद होना उन्हें भा नहीं रहा। राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान के बाद नवंबर महीने में चलाए गए प्रदेशव्यापी स्वच्छता अभियान के दौरान भी शिक्षकों को अवकाश नहीं मिले। इससे शिक्षकों में आक्रोश पनप रहा है।
पंडित जवाहर लाल नेहरू की जयंती 14 नवंबर से एक सप्ताह तक सरकार प्रदेश में बाल स्वच्छता अभियान चला रही है। ये स्कूलों के साथ आंगनवाड़ी केंद्रों में भी चलाया जा रहा है। इस दौरान 16 नवंबर के रविवार के अवकाश को लेकर भी असमंजस की स्थिति है। सेकेंडरी शिक्षा विभाग की ओर से जारी पत्र के अनुसार रविवार को स्कूलों में अवकाश रहेगा, लेकिन कुछ जिला शिक्षा अधिकारियों ने इस पत्र के विपरीत अपने जिले के स्कूलों में स्टाफ को डयूटी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पत्र जारी कर कहा है कि स्कूल के मुखिया रविवार के दिन स्टाफ के साथ स्कूल परिसर में सफाई अभियान चलाएं और उसकी रिपोर्ट फोटो सहित भेजी जाए। वे मुख्यालय के निर्देशों का पालन करें या फिर जिला शिक्षा अधिकारियों के। शिक्षकों का मानना है कि रविवार का अवकाश पूरे सप्ताह की थकान मिटाने के लिए होता है। इस दिन शिक्षक आराम कर नई ऊर्जा के साथ अगली जिम्मेदारियों का निर्वाह करते हैं। शिक्षक संगठनों ने जल्द ही इस समस्या को मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री के समक्ष उठाने का निर्णय लिया है। dj
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