भिवानी : देशभर के सीबीएसई स्कूलों में अब विद्यार्थियों की घरेलू परीक्षा नहीं होगी। बोर्ड ने इस परीक्षा को पूरी तरह से खत्म करने का फैसला लिया है। साथ ही इसको लेकर एक सरकुलर भी जारी किया है। सरकुलर के मुताबिक आगामी सेशन से विद्यार्थियों के सिर्फ बोर्ड एग्जाम ही होंगे। कहीं न कहीं उक्त व्यवस्था के बदलाव से सैकड़ों विद्यार्थियों पर इसका असर पड़ेगा। इससे पूर्व बोर्ड ने मौजूदा सेशन में भी एग्जाम सिस्टम में बदलाव करने की ओर अपने कदम बढ़ाने शुरू कर दिये है। इससे पूर्व केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने वर्ष 2008-09 सेशन के बाद से ही 10वीं से बोर्ड परीक्षा को बंद कर दिया था। ऐसे में विद्यार्थियों के पास अब तक विकल्प था कि वे बोर्ड एग्जाम या घरेलू परीक्षा दे।
ज्ञात रहे कि बोर्ड को स्कूलों की काफी शिकायतें मिल रही थी कि होम एग्जाम की आड़ में स्कूल मनमानी कर रहे हैं। विद्यार्थी के नंबर लगाना स्कूल अध्यापक के हाथ में हर होते हैं। साथ ही स्कूल बोर्ड से पहले ही अपना परिणाम तैयार कर लेते है। इतना ही नहीं 31 मार्च से पहले 10वीं और 12वीं को छोड़ सभी कक्षा के परिणाम घोषित कर देते हैं।
प्रत्येक पेपर के लिए दस सेट किए जारी
बोर्ड ने अपनी वेबसाइट पर 12वीं की परीक्षा के लिए सैंपल पेपर जारी कर दिया है। प्रत्येक पेपर के लिए दस सेट जारी किए गए हैं। यह पेपर बारहवीं की परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों को प्रश्नों के पेटर्न से अवगत कराने के लिए जारी किये गए हैं। ये पेपर परीक्षार्थियों के लिए काफी मददगार साबित होता है।
स्कूलों को भेजनी होगी ग्रेड रिपोर्ट
स्कूलों में होने वाले एसए-2 की ग्रेड रिपोर्ट स्कूलों को सीबीएसई के पास भेजनी होगी। तत्पश्चात ही बोर्ड हर विद्यार्थी का सर्टिफिकेट तैयार करेगा और इसमें उसका परिणाम भी होगा। वहीं बोर्ड ने स्कूलों को यह निर्देश दिए है कि किसी भी सूरत में विद्यार्थी को स्कूल एसए-2 के नंबर नहीं बताए।
"शिक्षा बोर्ड ने 12वीं के सेंपल पेपर भी किए जारीघरेलू परीक्षा खत्म किए जाने की जानकारी मिल गई है। मौजूदा सत्र में भी बदलाव किया जा रहा है। परीक्षा का असर मानसिकता से जुड़ा है। साथ ही बोर्ड एग्जाम शिक्षा की गुणवत्ता के लिए जरूरी है।"--शिव शंकर कसेरा, प्रबंधक, हलवासिया विद्या विहार स्कूल। dj
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