.

.

Breaking News

News Update:

How To Create a Website

*** Supreme Court Dismissed SLP of 719 Guest Teachers of Haryana *** यूजीसी नहीं सीबीएसई आयोजित कराएगी नेट *** नौकरी या दाखिला, सत्यापित प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं *** डीडी पावर के लिए हाईकोर्ट पहुंचे मिडिल हेडमास्टर *** बच्चों को फेल न करने की पॉलिसी सही नहीं : शिक्षा मंत्री ***

Wednesday, 3 December 2014

दिखा कोड वर्ड तो विद्यार्थी पर केस

रोहतक : महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय की उत्तर पुस्तिकाओं में अगर विद्यार्थियों की ओर से लिखा कोड वर्ड यानि विशेष पहचान मिली तो न केवल परीक्षार्थी को फेल कर दिया जाएगा, बल्कि उस पर केस भी बनेगा। मदवि प्रशासन ने परीक्षा प्रणाली सुधार करने व मूल्यांकन प्रक्रिया को बेहतर बनाने को लेकर सख्त कदम उठाया है। इस संबंध में उन सभी 35 महाविद्यालयों के प्राचार्यो को अगवत करा दिया है कि उनमें मूल्यांकन केंद्रों बनाए गए हैं। पेपर में शून्य अंक देने पर उत्तर पुस्तिका की जांच करने वाले प्राध्यापक को कारण भी बताना होगा। 
मूल्यांकन में खामियों पर उठते रहे हैं सवाल : 
मालूम हो कि परीक्षा प्रणाली में खामियां व खराब परीक्षा परिणाम को लेकर गत दिनों विवि में विद्यार्थियों द्वारा प्रदर्शन किए गए थे। विद्यार्थियों द्वारा मूल्यांकन प्रक्रिया में भारी खामियां व लापरवाही के आरोप लगाए गए हैं। इतना ही नहीं गुड़गांव के कॉलेज में तो एक छात्र ने खराब परीक्षा परिणाम को लेकर आत्महत्या जैसा कदम भी उठा लिया था। विवि प्रशासन अब मूल्यांकन प्रक्रिया को पारदर्शी व निष्पक्ष बनाने के लिए फूंक-फूंककर कदम उठा रहा है। भविष्य में परीक्षा प्रणाली व मूल्यांकन को लेकर विवि पर सवाल न उठे इसलिए ठोस कदम उठाए जा रहे है। मदवि प्रशासन ने उत्तर पुस्तिका में विशेष पहचान बनाने वाले छात्रों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने विशेष पहचान वाली उत्तर पुस्तिका के परीक्षार्थी को फेल करने और उसके खिलाफ केस बनाने का आदेश दिया है। 
मूल्यांकन केंद्रों पर हर विषय का होगा सेंटर हेड : 
अब मूल्यांकन केंद्रों में प्रत्येक विषय पर एक सेंटर हेड होगा, जिसकी देखरेख में मूल्यांकन का काम किया जाएगा। मूल्यांकन में संबंधित विषय के अधिक से अधिक शिक्षक लगाए जाएंगे। ताकि समय पर मूल्यांकन हो सके। मूल्यांकन की रिपोर्ट हेड की ओर से परीक्षण नियंत्रक को सौंपी जाएगी। 
ऐसे होती रही है सेटिंग : 
मूल्यांकन के दौरान उत्तर पुस्तिकाओं में सामने आता रहा है कि विद्यार्थी अपनी पहचान छोड़ देते थे। जैसे अपना मोबाइल नंबर, कोई विशेष चिह्न, विशेष कोड नंबर या नाम। उत्तर पुस्तिका जांचने वाले शिक्षक मोबाइल नंबर से संपर्क करके छात्र से अंक बढ़वाने या पास करने की सेटिंग कर लेते थे। या फिर पहले से ही किसी छात्र से सेटिंग होने पर उन्हें उत्तर पुस्तिका में कोड वर्ड देखकर लाभ दिया जाता है। ऐसी धांधली पर रोक लगाने के लिए एमडीयू ने यह सख्त कदम उठाया है।                                                    dj

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.