फतेहाबाद : मिड-डे मील की स्वच्छता जांचने के लिए अधिकारी इंटरनेट की मदद लेंगे। स्कूल मुखियाओं को तस्वीरों के जरिए साबित करना होगा कि खाना बनाते वक्त मापदंडों का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। उन्हें महीने में एक बार मिड डे मील से संबंधित फोटो ई-मेल द्वारा अधिकारियों को भेजनी होंगी। उन तस्वीरों में नजर आना चाहिए कि दिशा निर्देशों का सही पालन हो रहा है। इस संदर्भ में निदेशालय ने सभी स्कूल मुखियाओं को पत्र जारी किया है।
निदेशालय के आदेश हैं कि मिड डे मील में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। खाना स्कूल मुखिया की देखरेख में बनाया जाए। बच्चों को खिलाने से पहले स्कूल मुखिया खुद खाना चखेंगे। इसके बाद वितरित किया जाएगा। इतना ही नहीं, खाना खाने से पहले व बाद में बच्चों के साबुन से हाथ भी धुलाए जाने चाहिएं। दरअसल, मिड डे मील की शुद्धता को लेकर अक्सर सवाल उठते हैं। कई बार शिकायतें भी आती हैं। बच्चों के बीमार पड़ने जैसी बातें भी सामने आती हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि हिदायतों पर अमल होता है या नहीं। यह जानने के लिए अधिकारी रोजाना स्कूलों में नहीं जा पाते। इसलिए आदेश दिए गए हैं कि महीने में एक बार मिड डे मील की तस्वीरें जरुर भेजनी होंगी। तस्वीरों में साबुन से हाथ धोते बच्चे, खाना चखते स्कूल मुखिया व एसएमसी कमेटी की भूमिका नजर आनी चाहिए।
पत्र भेज चुके हैं: बीईओ
खंड शिक्षा अधिकारी कुलदीप सिहाग ने बताया कि उन्हें निदेशालय की तरफ से पत्र मिला था। पत्र उन्होंने स्कूल मुखियाओं को भेज दिया है। यह निर्देश मिड डे मील की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए दिए गए हैं। इसमें कोई औपचारिकता नहीं होनी चाहिए। यदि स्कूल मुखियाओं ने आदेशों पर अमल नहीं किया तो कार्रवाई होगी। dj
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