फतेहाबाद : शिक्षा विभाग की नई तबादला नीति के लागू होने से पहले ही विरोध शुरू हो गया है। विभाग के कर्मचारियों के मुताबिक विभाग सशर्त तबादला करेगा। एक शर्त के अनुसार अगर कोई शिक्षक तबादला करवाना चाहता तो उसकी वरिष्ठता खत्म हो सकती है। हालांकि विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि अभी इस संबंध में पत्र नहीं आया है। लेकिन शिक्षकों में रोष है। विभाग के कर्मचारियों में अभी से नीति को लेकर चर्चा है।
उनका कहना है कि इस नीति से जेबीटी व सीएंडबी शिक्षकों को खुशी तो होगी, लेकिन इस खुशी में उनकी वरिष्ठता पर भी आंच आएगी। जैसे किसी शिक्षक ने वर्ष 2004 में जेबीटी शिक्षक के पद नौकरी शुरू की है और अब 2015 में तबादला करवाना चाहता है तो उसकी वरिष्ठता खत्म हो सकती है। वह 2011 - 2012 में भर्ती जेबीटी शिक्षकों से जूनियर माना जाएगा।
समान श्रेणी के शिक्षक एक दूसरे की जगह तबादला करवा सकते हैं। 70 प्रतिशत से अधिक अशक्त शिक्षक एवं शिक्षिकाएं, तलाकशुदा, विधवा या कोई ऐसी शिक्षिका तबादले के लिए आवेदन कर सकती, जिनके पति शिक्षा विभाग व अन्य विभाग के जिला केंद्र में कार्यरत है, कोई गंभीर बीमारी से जूझ रहा हो, ऐसे शिक्षक या शिक्षिका जिसकी नौकरी के बाद शादी हुई, अविवाहित शिक्षिका, जिन शिक्षिका के पति फौज में हो व जिनके पति राज्य या केंद्र सरकार के अधीन विभागों में कार्यरत कर रहे हो।
दोगली नीति अपना रही सरकार : मित्ताथल
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के राज्य कमेटी के सदस्य राजपाल मित्ताथल का कहना है कि सरकार दोगली नीति अपना रही है। एक तरफ वरिष्ठता भंग करना और दूसरी तरफ तबादले का लाभ देना, बड़ी अजीब बात है। उन्होंने बताया कि यह नीति सरकार जल्द ही लागू करने वाली है और हम अभी से विरोध कर रहे हैं। नीति को लागू नहीं होने देंगे।
ऑनलाइन होगा आवेदन
अंतर जिलास्तरीय तबादला करवाने के लिए ऑनलाइन आवेदन होगा। ये फरवरी माह में जारी हो सकते है। ऑनलाइन आवेदन में अतिथि अध्यापकों व ठेके पर रखे अध्यापकों के आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएगे।
‘अभी कोई पत्र नहीं आया’
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी डॉ. यज्ञदत्त ने बताया कि अभी इसको लेकर अफवाह ही चल रही है। चर्चा तो सुन रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई पत्र नहीं आया है। जब तक पत्र नहीं मिलता, कुछ कहा नहीं जा सकता। db
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