फतेहाबाद : सरकार स्कूली बच्चों को मूलभूत जरूरतों के लिए भत्ते देती है। बैग, स्टेशनरी व वजीफा आदि समेत कई प्रकार के भत्ते दिए जाते हैं ताकि बच्चों पढ़ाई में दिक्कत न हो। मगर विडंबना देखिए, बीते सत्र के कई भत्ते अभी तक नहीं मिले। जिस काम के लिए भत्ते मिलने चाहिए थे, वह काम पूरा हो चुका है। अब विभाग कह रहा है कि कुछ ही दिन में राशि खातों में डाल दी जाएगी। बैग व स्टेशनरी ऐसा सामान है, जिसकी जरूरत उस समय होती है, जब बच्चे पढ़ रहे होते हैं। मगर पूरा साल विद्यार्थियों ने इन संसाधनों के अभाव में पढ़ाई की है। या कहें कि यह राशि अभिभावकों को वहन करनी पड़ी है। मगर शिक्षा विभाग की आंख अभी तक नहीं खुली है। कई भत्ते अभी भी आए नहीं है। अब फसली अवकाश चल रहा है। थोड़े ही दिन में ग्रीष्म कालीन अवकाश शुरू हो जाएंगे। ऐसे में यह कार्य अटक सकता है। सवाल ये भी है कि पिछले साल के भत्ते बकाया हैं तो इस साल के भत्ते कब आएंगे।
वक्त बीतने पर क्या फायदा : टुटेजा
हरियाणा राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष विकास टुटेजा का कहना है कि ये भत्ते बच्चों को उनकी अनिवार्य जरूरतों के लिए दिया जाता है। पहले बच्चे दिक्कतों से जूझते रहे। अब बजट डालने से बच्चों को हुई असुविधा की भरपाई नहीं हो सकती।
ये फंड पड़े हैं बकाया
स्कूल बैग भत्ता
स्टेशनरी भत्ता
शिक्षण सामग्री फंड
स्कूल रखरखाव फंड
तीन माह का वजीफा
अकाउंट में डाल देंगे: डीईईओ
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी यज्ञदत्त वर्मा का कहना है कि बजट में देरी हुई है, इसमें कोई शंका नहीं। मगर इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा। यह राशि सीधी बैंक अकाउंट में डाली जाती है। यदि बच्चा दूसरे स्कूल में चला जाता है तो भी उसका भत्ता अकाउंट में आ जाएगा। db
1 comment:
YE SAB BAKWAS KARTE H PAISA TO YE PAHLE HI KHA JATE H........
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