फसली अवकाश के बाद सरकारी स्कूल मंगलवार से खुल रहे हैं। अभी तक एडमिशन से वंचित छात्रों के लिए एक और सुनहरा मौका है। शिक्षा विभाग ने सभी कक्षाओं में शत-प्रतिशत एडमिशन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। 24 मार्च से ही शैक्षणिक सत्र की शुरुआत हो गई है। लेकिन एडमिशन के मोर्चे पर पूरी सफलता नहीं मिली है। 5 अप्रैल से स्कूलों में फसली अवकाश की छुट्टी हो गई थी, जो 14 अप्रैल को समाप्त हो गई हैं। अब उम्मीद जाहिर की जा रही है कि एडमिशन में तेजी आएगी। बड़ी संख्या में छात्र एडमिशन से वंचित हैं। गांव स्थित स्कूलों में एडमिशन प्रोसेस शैक्षणिक सत्र के शुरूआत के समय ही काफी धीमा था। इसे मंगलवार से गति मिलेगी।
प्रिंसिपल चलाएंगे अभियान
एडमिशन के लिए प्रिंसिपल स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के साथ मिलकर अभियान चलाएंगे। इसके लिए जिला जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। जिससे अधिक ऐसे छात्रों तक पहुंचा जा सके, जो अभी तक एडमिशन से वंचित हैं। ड्राप आउट बच्चों पर भी पैनी नजर रखी जाएगी। ऐसे बच्चों को भी स्कूल पहुंचाया जाएगा। जिले में करीब तीन हजार बच्चे ड्राप आउट कैटेगरी के हैं। एडमिशन संबंधित मामले में प्रिंसिपल को प्रतिदिन अपडेट रहना होगा। नियमित रूप से इससे संबंधित जानकारी भी खंड व जिला शिक्षा विभाग कार्यालय को उपलब्ध करानी होगी। किसी तरह की लापरवाही बरतने पर ठोस कार्रवाई होगी।
"एडमिशन पर फोकस करना होगा। अधिक संख्या में बच्चें स्कूल में प्रवेश कर सकें, इसके लिए एडमिशन प्रक्रिया को तेज करने का निर्देश दिया गया है। ड्राप आउट बच्चों पर विशेष नजर होगी। उन्हें स्कूल तक लाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। जिससे उनकी पढ़ाई फिर से शुरू हो सके।"--राजीव अरोड़ा, जिला शिक्षा अधिकारी,फरीदाबाद dbfrdbd
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.