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Sunday, 6 April 2014

सीडीएलयू ने मूल्यांकन को सही करार दिया

** उत्तर पुस्तिकाओं की फिर से जांच के लिए गठित की गई कमेटी ने शनिवार को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी
चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी से जुड़े विभिन्न कॉलेजों के विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं के फिर से जांच करने के लिए गठित जांच कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट यूनिवर्सिटी प्रशासन को सौंप दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जांच कमेटी द्वारा 26 मार्च से 3 अप्रैल तक कला संकाय के प्रथम, तृतीय और पांचवें सेमेस्टर की 13 विषयों की लगभग 26 हजार उत्तर पुस्तिकाओं की रेंडमली जांच विभिन्न विशेषज्ञों से करवाई। कमेटी ने पाया कि प्रारंभ में जांच की गई उत्तर पुस्तिकाओं का कार्य पूर्णतया सही था। इतना ही नहीं उत्तर पुस्तिकाओं में किया गया अंकों का जोड़ भी पूर्णतया सही था। 
यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक प्रो. प्रवीण अगमकर के मुताबिक यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. राधे श्याम शर्मा द्वारा विभिन्न कॉलेज के विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं की फिर से जांच के लिए गठित की गई कमेटी ने शनिवार को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है। प्रो. अगमकर ने बताया कि कुलपति जांच कमेटी को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि विद्यार्थियों के हितों के साथ खिलवाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और कमेटी को पूर्णतया पारदर्शिता के साथ कार्य करना होगा। कमेटी ने कुलपति महोदय के आदेशों की अनुपालना करते हुए कला संकाय की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच का कार्य 26 मार्च से प्रारंभ किया और कमेटी द्वारा मनोविज्ञान, भूगोल, लोक प्रशासन, अर्थ शास्त्र सहित लगभग 26 हजार उत्तर पुस्तिकाओं की जांच की गई। इन उत्तर पुस्तिकाओं में अंग्रेजी विषय की भी लगभग साढ़े 7 हजार उत्तर पुस्तिकाएं शामिल थी। जांच में कोई त्रुटि नहीं पाई गई है। 
वीसी ने प्रशिक्षण कमेटी गठित करने के दिए निर्देश
सीडीएलयू के कुलपति डॉ. राधे श्याम शर्मा ने परीक्षा नियंत्रक प्रो. प्रवीण अगमकर को यह निर्देश भी दिए हैं कि एक और कमेटी का गठन किया जाए जो विभिन्न कॉलेजों में जाकर विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देगी कि किस तरह से परीक्षा की तैयारी की जानी चाहिए। प्रश्नों को किस तरीके से हल किया जाना चाहिए ताकि परीक्षाओं में अच्छे अंकों के साथ सफलता हासिल की जा सके। कुलपति ने कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन पूर्णतया विद्यार्थियों के साथ है और अब भी किसी विद्यार्थी को यदि लगता है कि उनके परीक्षा परिणाम सही नहीं है तो वे अपनी उत्तर पुस्तिकाओं का पुनर्मूल्यांकन करवा सकते हैं।                                                 dftbd 

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