** स्वास्थ्य मंत्री विज बोले, अपने स्टैंड पर कायम हूं
चंडीगढ़ : हरियाणा के कर्मचारियों को पंजाब के समान वेतनमान देने के मामले में सरकार की मंशा साफ नहीं हो पा रही है। सरकार के विरोधाभासी बयानों से कर्मचारियाें को सरकार के खिलाफ आवाज उठाने का मौका मिल गया है। उधर, विपक्ष ने पंजाब के बराबर वेतनमान के मसले पर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।
कर्मचारी यूनियनों के मुताबिक उन्हें अभी तक इस मसले को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मिलने का समय नहीं मिल पाया है। तीन नवंबर को सर्व कर्मचारी संघ ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा था।
एक दिसंबर को उसका जवाब कर्मचारियों को मिल गया है। जिसमें लिखा है कि वे इस संदर्भ में वित्त मंत्री से बात करें। बीते दस दिसंबर को संघ ने वित्त मंत्री को चिट्ठी लिखकर समय मांगा है।
कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री खट्टर ने सिरसा में कल यहां तक कह दिया कि कर्मचारियों को जो मिल रहा है, उससे ही संतोष करना चाहिए। उन्हें ज्यादा की उम्मीद नहीं करना चाहिए। यह सरकारी कर्मचारियों की पीठ में छुरा घोंपने जैसा ही है।
सरकार वादे से मुकर रही
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के महासचिव सुभाष लांबा का कहना है कि भाजपा ने चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था। अब सरकार अपने वादे से पीछे हट रही है। इससे सरकार की विश्वसनीयता में कमी आ रही है। हमने सीएम से मिलने का समय मांगा था, अब वित्त मंत्री से मांगा है।
यह वादे मेरे लिए गीता के समान : अनिल विज
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का कहना है कि मैं अपने स्टैंड पर कायम हूं। मैंने विधायक दल का नेता रहते हुए पंजाब के बराबर वेतनमान दिलवाने की बात कही थी। विपक्ष में आवाज उठाने की कला मुझे पता है। सत्ता पक्ष में किस तरह से आवाज उठानी है, यह भी मैं जानता हूं। मैंने जो भी वादे किए थे वो मेरे लिए गीता के समान हैं। au
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.