रेवाड़ी : एक तरफ जहां सरकार राजकीय प्राथमिक स्कूलों को भारतीय फाउंडेशन को सौंपने की तैयारी कर रही है, वहीं भारती फाउंडेशन जिला के गांव नांगलमूंदी सहित हरियाणा में 15 मिडल स्कूलों को मान्यता न मिलने की आड़ में बीच सत्र में बंद करने पर आमादा है। इस स्कूल के पहली से 8वीं तक पढ़ने वाले 250 के करीब बच्चों के अभिभावक चिंता में है। यह मामला पिछले एक माह से चला आ रहा है। सोमवार को संस्था के अधिकारियों ने गांव में अभिभावकों से इस मुद्दे पर मीटिंग की। इसमें उन्होंने बताया कि संस्था के पास आरटीआई नियमों के अनुसार और कमरे बनाने के लिए बजट नहीं है, इसलिए छठी, 7वीं व 8वीं कक्षा के विद्यार्थियों का दाखिला अन्य स्कूलों में करवाएं। यह बात सुनकर अभिभावकों ने दो टूट शब्दों में संस्था के अधिकारियों को बीच सत्र में दाखिला दूसरे स्कूलों में नहीं करवाने की बात कही। इस अवसर पर अभिभावकों ने कोर्ट की शरण में जाने की बात कही।
जब मान्यता नहीं मिली तो दाखिले क्यों किये :
सैकड़ों अभिभावकों व ग्रामीणों ने बताया कि भारती फाउंडेशन द्वारा हरियाणा में 2008 में करीब 45 प्राइमरी स्कूल खोले गए थे। जिनमें से 15 स्कूलों को अपग्रेड करके मिडल स्कूल बनाया गया था। जिनमें नांगलमूंदी स्थित स्कूल को यह दर्जा प्राप्त हुआ था। पिछले 3 साल से नांगलमूंदी स्थित सत्य भारती स्कूल में कक्षा छठी, 7वीं व 8वीं के विद्यार्थियों के एडमिशन कर पढ़ाई शुरू कर दी गई । dt
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.