पानीपत : सरकारी स्कूलों के मिड टर्म एग्जाम (प्रथम सेमेस्टर परीक्षा) का ब्योरा निदेशालय तलब किया गया है। शिक्षा सदन में बुलाई गई बैठक में सभी डीईओ अपने-अपने जिले की रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। इसके अलावा सरकारी स्कूलों की शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार पर भी मंथन होगा। 1हरियाणा शिक्षा बोर्ड 2014-15 के प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा बीते सितंबर माह में आयोजित की गई। दसवीं व 12 वीं कक्षा के विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। परिणाम 28 दिनों के बाद जब घोषित किया गया तो सरकारी शिक्षा की हकीकत का खुलासा हुआ।
प्रोफार्मा के आधार पर देंगे रिपोर्ट
पंचकूला स्थित शिक्षा सदन में 15 दिसंबर को सभी जिलों की डीईओ की बैठक बुलाई गई है। बैठक में सरकारी स्कूलों की साफ सफाई व शौचालयों की स्थिति पर रिपोर्ट देनी होगी। बीईओ व डीईईओ के इंस्पेक्शन की रिपोर्ट भी जमा कराएंगे। लेकिन सबसे अहम सरकारी शिक्षा के गिरते स्तर को सुधारने के लिए किए जा रहे प्रयासों का कितना फायदा हो रहा इस पर मंथन होगा। निदेशालय से जो प्रोफार्मा भेजा गया है बोर्ड मिड टर्म एग्जाम के बारे में अलग से कॉलम निर्धारित कर सुधार की गुजांइश के बारे में टिप्पणी मांगी गई है। कितने छात्र परीक्षा में अपीयर हुए, पास का प्रतिशत कितना रहा, कितने की रि-अपीयर आई आकड़ा जिला शिक्षा अधिकारी आला अधिकारियों के समक्ष रखेंगे। परीक्षा परिणाम के आंकड़ों में कोई लीपापोती न हो इसे गौर करते हुए प्रोफार्मा में बनाए गए कॉलम में भर कर देने को कहा गया है।
निजी स्कूलों के रिजल्ट से तुलना
सबसे खास बात है कि प्रोफार्मा में हरियाणा बोर्ड के निजी स्कूलों का डाटा भी मांगा गया है। इन स्कूलों से परीक्षा में कितने बच्चे अपियर हुए और कितने पास हुए, ये सब बैठक में देना होगा। जो प्रोफार्मा दिया गया है उसमें 2012-13 व 2013-14 का विवरण मांगा गया है। शिक्षा निदेशालय के आला अधिकारी सरकारी स्कूलों के परिणाम से इसकी तुलना कर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए कदम उठाएंगे। dj
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