** फर्जी एनरोलमेंट दिखाकर मिड-डे मील सहित कई सुविधाओं को उठाया जा रहा लाभ
अम्बाला सिटी : सरकारी स्कूलों में फर्जी दाखिले दिखाकर सुविधाओं का लुत्फ उठा रहे और विभाग की आंखों में धूल झोंकने वाले सरकारी स्कूलों की अब खैर नहीं। सोमवार से 24 दिसंबर तक हर सरकारी स्कूल की जांच होगी। बाकायदा इसके लिए शिक्षा विभाग ने कई टीमों का गठन भी कर दिया है। लिहाजा फर्जी ढंग से सुविधाएं ले रहे सरकारी स्कूलों के स्टाफ के अब ठंड में भी पसीने छूटने शुरू हो गए हैं। बाकायदा इस बारे में सभी जिला शिक्षा मौलिक अधिकारियों को शिक्षा विभाग ने पत्र लिखकर उच्च स्तरीय जांच कराने के निर्देश भी दे दिए हैं। दरअसल शिक्षा विभाग को सूचना मिली थी कि प्रदेशभर में कुछ स्कूलों में संख्या से अधिक बच्चे दिखाकर कई तरह के फायदे उठाए जा रहे हैं। मिड-डे मील भी इनमें से एक हैं। इन्हीं शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए शिक्षा विभाग ने इस जांच को कराए जाने का फैसला लिया है।
" हां, इस बारे में शिक्षा निदेशालय की ओर से निर्देश आए हैं। सोमवार से 24 दिसंबर तक टीमें प्रत्येक स्कूल में जाकर जांच करेगी। इसके बाद इन्हीं टीमों को एक सप्ताह के भीतर निदेशालय को अपनी रिपोर्ट भेजनी होगी।"--धर्मबीरकादियान, डीईईओ,अम्बाला।
हर स्कूल की होगी जांच
प्रदेश व जिले के हर मिडिल प्राइमरी स्कूल तक जांच कमेटी पहुंचेगी। हर स्कूल का अलग-अलग रिकाॅर्ड हाजिरी जांची जाएगी। इसके अतिरिक्त अधिकारी स्वयं कक्षाओं में जाकर स्थिति का मुआयना भी कर सकते हैं।
सप्ताह में भेजनी होगी रिपोर्ट
यदि जांच के दौरान किसी स्कूल में फर्जी केस मिलते हैं तो जांच की जिम्मेदारी हेडमास्टर प्रिंसिपल की होगी। फर्जी संख्या दाखिलों की एक रिपोर्ट बनाकर एक सप्ताह के भीतर शिक्षा निदेशालय को भेजनी होगी। इस कार्य के लिए जिले के सभी हेडमास्टर प्रिंसिपल की 5 किलोमीटर के दायरे में तीन या चार साथ लगते प्राथमिक मिडिल स्कूल में ड्यूटी लगाई गई है। db
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