पानीपत : जिले के नव चयनित जेबीटी शिक्षकों ने जुलूस निकालकर डीसी के मार्फत मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। शिक्षकों ने सरकार की ओर से ज्वाइनिंग पर रोक लगाने की निंदा की और अपने अधिकार को लेकर संघर्ष तेज करने की चेतावनी दी।
नव चयनित जेबीटी शिक्षकों ने शुक्रवार को लघु सचिवालय पर जोरदार प्रदर्शन किया और सरकार की अनदेखी पर रोष व्यक्त करते उपायुक्त के मार्फत मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। जेबीटी शिक्षक इससे पहले सिविल अस्पताल में एकजुट हुए और यहां से जुलूस के रूप में प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे।
जिला प्रधान सचिन निरंकारी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा 2012 में 9870 जेबीटी शिक्षकों की नौकरी निकाली थी और उन्होंने नियमानुसार भर्ती किया था। सरकार की ओर से 14 अगस्त 2014 को चयनित जेबीटी शिक्षकों की सूची जारी कर दी थी। उनको जिले भी दे दिए थे, लेकिन पूर्व सरकार के ढुलमुल रवैये से ज्वाइनिंग नहीं हो सकी। उन्होंने पूर्व सरकार के सामने अपनी मांगों को रखा, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं की। नव चयनित जेबीटी शिक्षकों ने विधानसभा चुनाव के बाद बनने वाली सरकार पर उम्मीद बांधी और अच्छे दिन आने का सपना देखने लगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार बदल गई, लेकिन उनकी मांगों की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया। वे आज भी अपनी ज्वाइनिंग की मांग को लेकर चक्कर काट रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पिछली सरकार के मामलों की समीक्षा करने के नाम पर उनकी ज्वाइनिंग को रोक रही है, जबकि सरकार के सामने समीक्षा करने के लिए और दूसरे मुद्दे बहुत हैं। सरकार को उनको ज्वाइनिंग करा देना चाहिए।
प्रेस प्रवक्ता रणवीर मलिक ने कहा कि वे अपनी मांगों पर अडिग हैं और अपनी मांगों को लागू होने तक संघर्ष जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि वे इसको लेकर आमरण अनशन तक जाने को तैयार हैं। dt
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