यमुनानगर : हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ-70 सम्बंधित हरियाणा कर्मचारी महासंघ के राज्य प्रधान प्रदीप सरीन ने अध्यापकों की एक सभा को सम्बोधित करते हुए बताया कि हरियाणा शिक्षा विभाग तुगलकी फरमानों और अधिकारियों की प्रयोगशाला बन कर रह गया है। जबकि फाइनल परीक्षा बच्चों के सिर पर हैं, विभाग अध्यापकों के सेमिनार लगा रहा है, प्रशिक्षण कार्यशालाओं का आयोजन कर रहा है और बच्चो के सौ-सौ अंकों की परीक्षा ले रहा है। अध्यापक इन परीक्षाओं के अंकों को ऑनलाइन करने के चक्कर में उलझ कर रह गया है। जिस कारण स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई का सत्यानाश हो रहा है।
अध्यापक संघ के प्रांतीय चेयरमैन कुलभूषण शर्मा, प्रांतीय महासचिव संजीव मंदोला ने बताया कि अव्वल तो मिडल स्कूलों में कम्प्यूटर नहीं हैं और जिन वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में कम्प्यूटर हैं भी वहां दिन भर बिजली नहीं आती, नेटवर्क की समस्या रहती है व कम्प्यूटर टीचर नहीं हैं। आनलाइन डाक व अंक भेजने के लिए अध्यापकों को कैफे पर अपनी जेबें ढीली करनी पड़ रही हैं। dt
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