** प्रशिक्षण कार्यक्रम के कारण कक्षा में शिक्षकों की गैरमौजूदगी से विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित
रेवाड़ी : शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों को सप्ताहभर के लिए प्रशिक्षण पर बुलाया जाना विद्यार्थियों के लिए भारी पड़ सकता है। परीक्षाओं के नजदीक होने की स्थिति में शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का अध्यापक संघ ने भी कड़ा विरोध जताया है।
संघ की ओर से इसके लिए शिक्षा मंत्री विभाग के वित्तायुक्त को पत्र भी भेजा गया है। पत्र में अध्यापक संघ की ओर से कहा गया है कि परीक्षाएं सिर पर हैं, ऐसे में शिक्षकों से ज्यादा बच्चों को प्रशिक्षण की जरूरत है, ताकि बच्चे परीक्षाओं के लिए तैयारी कर सकें।
परीक्षा परिणाम पर पड़ सकता है असर
शिक्षा विभाग द्वारा कक्षा छठी से लेकर 10वीं तक के विज्ञान, गणित अंग्रेजी अध्यापकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। संघ पदाधिकारियों का कहना है कि जिला में इस समय रेवाड़ी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बाल में विज्ञान अध्यापकों करनावास के राजकीय स्कूल गणित अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम अभी तीन दिनों तक आैर चलाया जाना है।
वहीं अंग्रेजी के अध्यापकों का प्रशिक्षण 12 फरवरी से शुरू होगा। कार्यक्रम में कई स्कूलों से मैथ विज्ञान के करीब सभी अध्यापक ही भाग ले रहे हैं। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह प्रभावित हो रही है। अध्यापक संघ प्रधान महावीर सिंह का कहना है कि बोर्ड परीक्षाएं मार्च के पहले सप्ताह से शुरू हो जाएंगी। ऐसे में परीक्षाओं के नजदीक होते हुए शिक्षकों के लिए सप्ताहभर का प्रशिक्षण कार्यक्रम रखने का कोई औचित्य नहीं है। इसी समय में बच्चों की परीक्षा की तैयारियों पर जोर होता है।
विभाग के आदेश पर दी जा रही ट्रेनिंग : डीईअो
जिला शिक्षा अधिकारी संगीता यादव का कहना है विभाग की ओर से शिक्षकों को शिक्षण कार्य को बेहतर बनाने की ट्रेनिंग दिए जाने के आदेश थे। आदेशों की पालना करते हुए ही प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। db
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.