झज्जर : हरियाणा शिक्षा विभाग के स्पष्ट आदेश थे कि कक्षा 9वीं 11वीं के पेपर स्कूल संचालकों को परीक्षा शुरू होने के एक घंटे पहले ब्लाॅक एजुकेशन ऑॅफिसर कार्यालय से मिलेंगे, हालांकि झज्जर में आदेश के विपरीत 24 घंटे पहले ही पेपर बांटे गए।
ये मसला बोर्ड परीक्षा का नहीं रहा, लिहाजा बवाल नहीं मचा, लेकिन जिस तरह शिक्षा विभाग परीक्षाओं को बोर्ड जैसा गंभीर बना रहा था वो प्रशासनिक लापरवाही का मजाक जरूर बना। इस वाकिए से हुआ ये है कि जो स्कूल संचालक नियम के तहत गुरुवार सुबह एक घंटे पहले पेपर लेने आए, उन्हें देरी से पेपर मिला।
बीईओ को जिम्मेदारी :
इसपूरे मामले के अनुसार शिक्षा विभाग ने कक्षा 9वीं 11वीं की परीक्षा के पेपर बांटने के लिए प्रदेश भर के ब्लाॅक एजुकेशन आफिसर को सीधे तौर पर जिम्मा दिया था। आदेशों के बिंदु संख्या 5 में उल्लेख है कि गुरुवार को शुरू होने जा रही परीक्षा के एक घंटे पहले ही स्कूल संचालकों को पेपर बीईओ आफिस से दिए जाएं। हालांकि झज्जर में इसकी पालना नहीं हो सकी। अधिकांश पेपर एक दिन पहले ही बांट दिए गए।
एक घंटा देरी से शुरू हुई परीक्षा :
अब जो स्कूल मुखिया कम्युनिकेशन गेप के कारण पेपर नहीं ले सके, वे गुरुवार सुबह झज्जर पहुंचे तो बीईओ सेंटर बंद मिला। करीब 8 बजे उन्हें पेपर मिल सका। इसके बाद वे एक घंटे की देरी से बच्चों को परीक्षा दिला सके।
बीईओ स्टाफ से पूछा जाएगा
"कईबार आदेश इस तरह होते हैं कि उन्हें प्रेक्टिकल करना मुश्किल बन जाता है। इन्हीं में से एक है 9वीं 11वीं के पेपर परीक्षा शुरू होने के एक घंटे पहले जिले भर के बीईओ आफिस से बंटना। अब बीईओ ने तो सरकारी और निजी स्कूल मुखियाओं की दौड़ धूप बचाने के लिए अधिकांश स्कूलों को एक दिन पहले ही पेपर दिए। इसी दौरान कम्युनिकेशन रहा कि कुछ स्कूल रह गए और उन्हें गुरुवार सुबह पेपर लेट मिल सका। ऐसा क्यों हुआ इस बारे में बीईओ स्टाफ से पूछा जाएगा।"-- वेदप्रकाश दौलता, डीईओ
बहादुरगढ़ के पेपर पहुंचे झज्जर, सचिव को शिकायत
स्कूल के पेपर समय पर नहीं मिलने और बहादुरगढ़ की बजाए झज्जर से पेपर मिलने पर बहादुरगढ़ के रेलवे रोड स्थित आदर्श हाई स्कूल ने शिक्षा विभाग के सचिव को पत्र लिखकर नाराजगी जाहिर की है। स्कूल के संयोजक रोहित चुघ ने बताया कि शहर के अधिकांश स्कूल संचालकों को एक दिन पहले ही पेपर दिया गया,जबकि हमारे स्कूल के क्लास 9 के पेपर्स बहादुरगढ़ की बजाए झज्जर बीईओ आफिस में पहुंच गए। चुघ ने बताया कि हैरानी तब हुई जब विभाग ने बहादुरगढ़ पेपर भेजने की बजाए झज्जर से ही हर दिन पेपर मिलने की बात कही। रोहित के अनुसार स्कूल ने अपनी नाराजगी विभाग के सचिव को मेल के जरिए जाहिर की है। db
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.