** अधिकारियों ने आचार संहिता का वास्ता देकर कराया शांत
** डीईओ बोलीं- चार बजे अबसेंट दिखाया
यमुनानगर : पेपर चेकिंग में लगे टीचरों ने मंगलवार को मार्किंग नहीं की। मार्किंग छोड़ कर टीचर अपने-अपने सेंटरों में प्रदर्शन करने लगे। यह प्रदर्शन किसी ओर नहीं बल्कि जिला शिक्षा अधिकारी के खिलाफ था। सेंटरों में प्रदर्शन से भी बात नहीं बनी तो 1500 से ज्यादा टीचर डीईओ कार्यालय में पहुंच गए। डीईओ के खिलाफ उन्होंने जमकर नारेबाजी की। कर्मचारी पीछे हटने को तैयार नहीं थे, लेकिन अधिकारियों ने चुनाव का हवाला देकर प्रदर्शन को रुकवा दिया।
शिक्षा बोर्ड द्वारा जिले में चार सेंटरों पर 10वीं व 12वीं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कराया जा रहा है। राजकीय आदर्श सीनियर सेकेंडरी स्कूल जगाधरी में दो, शहीद नवीन वैद्य स्कूल मॉडल टाउन में एक व राजकीय स्कूल मॉडल कॉलोनी में एक मार्किंग सेंटर बनाया गया है। मंगलवार को चारों सेंटरों के 1500 से ज्यादा लेक्चरर व अध्यापक मार्किंग छोड़ डीईओ के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे।
डीईओ के खिलाफ प्रदर्शन क्यों :
हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन के जिला प्रधान वेद प्रकाश, मोहन लाल भारद्वाज, हसला के पूर्व राज्य प्रधान सुशील कुमार का आरोप है कि डीईओ डॉ. परमजीत शर्मा का व्यवहार टीचरों के प्रति सही नहीं है। वे टीचरों से मैं-तू में बात करती हैं। वे किसी भी समय मार्किंग कर सकते हैं, लेकिन डीईओ धमकी देती हैं कि अगर 9 से 5 उपस्थित नहीं मिले तो सबकी अनुपस्थिति लगा दी जाएगी।
मॉडल कॉलोनी में लगाई अबसेंट :
हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ के जिला प्रधान उमेश प्रताप वत्स ने बताया कि डीईओ ने मॉडल कॉलोनी में बने सेंटर में लगभग सभी टीचरों की अबसेंट लगा दी है, जो गलत है। कुछ टीचर बीएलओ हैं जिनकी ड्यूटी चुनाव में लगी है, लेकिन उनकी भी अबसेंट लगा दी गई। सभी सेंटरों पर प्रदर्शन करने के बाद टीचरों ने डीईओ कार्यालय पर नारेबाजी की। टीचर इस बात पर अड़े रहे कि जब तक डीईओ माफी नहीं मांगेंगी वे पीछे नहीं हटेंगे।
रिटायर टीचर प्रदर्शन में क्यों ?
यह प्रदर्शन मार्किंग कर रहे टीचरों का था। लेकिन इसमें अरसा पहले शिक्षा विभाग से रिटायर टीचर भी पहुंच गए। कुछ टीचर तो ऐसे हैं जो चाहे किसी का भी धरना प्रदर्शन हो रहा है, वहीं अपनी रोटियां सेकने पहुंच जाते हैं। उधर, जब अध्यापक संघ के जिला प्रधान उमेश प्रताप वत्स से इस बारे पूछा गया तो उनका कहना है कि रिटायर कर्मचारी सर्व कर्मचारी संघ से संबंधित है। उन्हें किसने बुलाया मुझे जानकारी नहीं है। जहां तक आचार संहिता के उल्लंघन की बात है, इस बारे डीसी मंदीप बराड़ ने देर शाम बैठक लेकर आश्वस्त किया है कि 10 अप्रैल के बाद डीईओ व उनकी संयुक्त बैठक कराई जाएगी।
अगर डबल ड्यूटी लगी है तो लिख कर दें : डीईओ
डीईओ डॉ. परमजीत शर्मा का कहना है कि टीचरों की ड्यूटी बोर्ड सेक्रेटरी ने लगाई हुई है। इसकी पालना कराना मेरा कर्तव्य है। उन्होंने सेंटरों पर जाकर चेकिंग की तो सुबह साढ़े 10 तक टीचर सेंटर में नहीं आते। वहीं, चार बजे के बाद कोई नहीं मिलता। जबकि 9 से 5 उन्हें बैठना पड़ेगा। उन्होंने फिर भी देरी से आने वालों को वार्निंग देकर छोड़ दिया था। उन्होंने पूरे दिन की बजाय चार बजे अबसेंट दिखाया। अगर किसी टीचर की डबल ड्यूटी चुनाव व मार्किंग में लगी है वे लिख कर दें। उन्हें एक जगह से रिलीव करने बारे लिखा जाएगा, क्योंकि दोनों में से कोई ड्यूटी उन्होंने नहीं लगाई है। बोर्ड के नियमानुसार टीचरों को 15 शीट लंच से पहले और 15 लंच के बाद चेक करनी होती है। अगर अंतिम क्षणों में आकर मार्किंगकरेंगे तो चेकिंग ठीक से नहीं हो पाएगी। उन्होंने कहा कि अगर टीचरों को कोई दिक्कत थी तो उन्हें आकर मुझसे बात करनी चाहिए थी। प्रदर्शन करने तो उन्होंने चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया है, क्योंकि धारा 144 लगी हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि वे किसी के साथ अभद्र व्यवहार नहीं करती। वे कहीं जाती है तो पूरी टीम होती है। टीम के सदस्यों से भी इस बारे बात की जा सकती है। सेंटरों पर पीने के पानी की भी व्यवस्था नहीं मिली जबकि इसके अलग से पैसे मिलते हैं।
आचार संहिता का उल्लंघन नहीं
थाना शहर यमुनानगर प्रभारी राजेश कुमार का कहना है कि यह शिक्षा विभाग का पर्सनल मामला था। इससे आचार संहिता का उल्लंघन नहीं हुआ। ध्यान रहे जिला प्रशासन ने धारा 144 लगा रखी है। जिसके तहत चार से अधिक लोग इक्ट्ठा नहीं हो सकते। प्रदर्शन व रैली के लिए अनुमति लेनी होती है। वहीं, डीएसपी हेडक्वार्टर वीके विज का कहना है कि मौके पर तहसीलदार गए थे। वे ज्यादा बेहतर बता सकते हैं।
एसडीएम ने भेजा तहसीलदार को
चुनाव संबंधी मीटिंग होने के कारण कोई बड़ा अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। इसलिए एसडीएम जगाधरी डॉ. आदित्य दहिया ने तहसीलदार जगाधरी को टीचरों से बात करने भेजा। उनके कहने पर एक प्रतिनिधिमंडल एसडीएम से मिलने सचिवालय पहुंचा। उन्होंने जांच का आश्वासन दिया। 10 अप्रैल को लोकसभा चुनाव होने हैं। इसलिए चुनाव के बाद डीसी से डीईओ बारे बात की जाएगी। टीचरों ने चेतावनी दी कि आंदोलन को चुनाव के कारण स्थगित कर रहे हैं। डीईओ से माफी मंगवाने के बाद ही दम लिया जाएगा। db
रिटायर टीचर प्रदर्शन में क्यों ?
यह प्रदर्शन मार्किंग कर रहे टीचरों का था। लेकिन इसमें अरसा पहले शिक्षा विभाग से रिटायर टीचर भी पहुंच गए। कुछ टीचर तो ऐसे हैं जो चाहे किसी का भी धरना प्रदर्शन हो रहा है, वहीं अपनी रोटियां सेकने पहुंच जाते हैं। उधर, जब अध्यापक संघ के जिला प्रधान उमेश प्रताप वत्स से इस बारे पूछा गया तो उनका कहना है कि रिटायर कर्मचारी सर्व कर्मचारी संघ से संबंधित है। उन्हें किसने बुलाया मुझे जानकारी नहीं है। जहां तक आचार संहिता के उल्लंघन की बात है, इस बारे डीसी मंदीप बराड़ ने देर शाम बैठक लेकर आश्वस्त किया है कि 10 अप्रैल के बाद डीईओ व उनकी संयुक्त बैठक कराई जाएगी।
अगर डबल ड्यूटी लगी है तो लिख कर दें : डीईओ
डीईओ डॉ. परमजीत शर्मा का कहना है कि टीचरों की ड्यूटी बोर्ड सेक्रेटरी ने लगाई हुई है। इसकी पालना कराना मेरा कर्तव्य है। उन्होंने सेंटरों पर जाकर चेकिंग की तो सुबह साढ़े 10 तक टीचर सेंटर में नहीं आते। वहीं, चार बजे के बाद कोई नहीं मिलता। जबकि 9 से 5 उन्हें बैठना पड़ेगा। उन्होंने फिर भी देरी से आने वालों को वार्निंग देकर छोड़ दिया था। उन्होंने पूरे दिन की बजाय चार बजे अबसेंट दिखाया। अगर किसी टीचर की डबल ड्यूटी चुनाव व मार्किंग में लगी है वे लिख कर दें। उन्हें एक जगह से रिलीव करने बारे लिखा जाएगा, क्योंकि दोनों में से कोई ड्यूटी उन्होंने नहीं लगाई है। बोर्ड के नियमानुसार टीचरों को 15 शीट लंच से पहले और 15 लंच के बाद चेक करनी होती है। अगर अंतिम क्षणों में आकर मार्किंगकरेंगे तो चेकिंग ठीक से नहीं हो पाएगी। उन्होंने कहा कि अगर टीचरों को कोई दिक्कत थी तो उन्हें आकर मुझसे बात करनी चाहिए थी। प्रदर्शन करने तो उन्होंने चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया है, क्योंकि धारा 144 लगी हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि वे किसी के साथ अभद्र व्यवहार नहीं करती। वे कहीं जाती है तो पूरी टीम होती है। टीम के सदस्यों से भी इस बारे बात की जा सकती है। सेंटरों पर पीने के पानी की भी व्यवस्था नहीं मिली जबकि इसके अलग से पैसे मिलते हैं।
आचार संहिता का उल्लंघन नहीं
थाना शहर यमुनानगर प्रभारी राजेश कुमार का कहना है कि यह शिक्षा विभाग का पर्सनल मामला था। इससे आचार संहिता का उल्लंघन नहीं हुआ। ध्यान रहे जिला प्रशासन ने धारा 144 लगा रखी है। जिसके तहत चार से अधिक लोग इक्ट्ठा नहीं हो सकते। प्रदर्शन व रैली के लिए अनुमति लेनी होती है। वहीं, डीएसपी हेडक्वार्टर वीके विज का कहना है कि मौके पर तहसीलदार गए थे। वे ज्यादा बेहतर बता सकते हैं।
एसडीएम ने भेजा तहसीलदार को
चुनाव संबंधी मीटिंग होने के कारण कोई बड़ा अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। इसलिए एसडीएम जगाधरी डॉ. आदित्य दहिया ने तहसीलदार जगाधरी को टीचरों से बात करने भेजा। उनके कहने पर एक प्रतिनिधिमंडल एसडीएम से मिलने सचिवालय पहुंचा। उन्होंने जांच का आश्वासन दिया। 10 अप्रैल को लोकसभा चुनाव होने हैं। इसलिए चुनाव के बाद डीसी से डीईओ बारे बात की जाएगी। टीचरों ने चेतावनी दी कि आंदोलन को चुनाव के कारण स्थगित कर रहे हैं। डीईओ से माफी मंगवाने के बाद ही दम लिया जाएगा। db
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