राजकीय स्कूलों में फसली अवकाश के बाद सभी कक्षाओं में तत्परता कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। तत्परता कार्यक्रम से विद्यार्थियों का चहुंमुखी विकास का अवलोकन करना और शैक्षणिक, मानसिक, बौद्धिक व संवेगात्मक विकास करना है। इसके लिए ये कार्यक्रम स्कूलों में होने वाले 1 जून से 30 जून तक ग्रीष्मावकाश तक चलाया जाएगा। शिक्षा विभाग तत्परता कार्यक्रम से पहले जोनल स्तर पर जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों, खंड शिक्षा अधिकारी, स्कूल प्रधानाचार्यों व मुख्य अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। शिक्षा विभाग सभी कक्षाओं में तत्परता कार्यक्रम 45 दिन चलाया जाएगा।
कार्यक्रम के तहत बच्चों की सीखने संबंधी कमियों की पहचान की जाएगी। और उन्हें दूर करने के प्रयास किए जाएंगे। कार्यक्रम के तहत लड़कियों व विशेष आवश्यकता वाले बच्चों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। तत्परता कार्यक्रम में विद्यार्थियों को दैनिक, साप्ताहिक, पाक्षिक, मासिक टेस्ट लेना व उनकी जांच रिकॉर्ड रखने के बारे में, दैनिक डायरी का नियमित लेखन, अद्यतन, रखरखाव के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसी के साथ विद्यार्थियों में वैज्ञानिक एवं तार्किक दृष्टिकोण विकसित करने व उन्हें पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाया जाएगा। ताकि इससे विद्यार्थियों में स्वच्छ एवं सकारात्मक प्रतिस्पर्धा की भावना जागृत करना है। विद्यार्थियों को क्ले मॉडलिंग, विज्ञान मॉडल व अन्य कार्यक्रम होंगे।
राजकीय स्कूलों में तत्परता कार्यक्रम से पहले जिले के सभी जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, स्कूल प्रधानाचार्यों व मुख्य अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
12 से प्रशिक्षण कार्यक्रम
अंबाला जोन के जिलों का कुरूक्षेत्र के कुरूक्षेत्र विवि सभागार में 12 अप्रैल को, रोहतक जोन के जिलों का एमडी विवि के सभागार में 13 अप्रैल को, गुडगांव जोन के फरीदाबाद में हुडा सभागार में व हिसार जोन के जीजेयू विवि के सभागार में आयोजित किया जाएगा। खंड शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि राजकीय स्कूलों में तत्परता कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। dbsrs
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