पिछले 10 माह से सेलरी लेने के लिए कभी धरना तो कभी प्रदर्शन करने वाले कंप्यूटर टीचरों की प्रशासन ने चुनाव में ड्यूटी लगा रखी है। जबकि नियमानुसार किसी प्राइवेट कर्मचारी की चुनाव में ड्यूटी नहीं लगा सकते। वहीं सैलरी नहीं मिलने पर कंप्यूटर टीचरों ने पहले ही लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान कर रखा था। कंप्यूटर टीचरों के प्रधान मंदीप कुमार ने बताया कि उन्होंने अपने परिवार सहित चुनाव का बहिष्कार किया है। प्रदेश के करीब 3 हजार अनुबंध कंप्यूटर टीचरों ने इस चुनाव में मत का प्रयोग नहीं किया। वहीं उनके परिवार के लोगों ने भी नहीं किया। उन्होंने बताया कि उनकी 10 माह से बकाया सेलरी दी जाये। इसके अलावा निजी कंपनी की बजाय उन्हें प्रशासन के अंडर किया जाये। प्रशासन द्वारा प्राइवेट कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर चुनाव आयोग के नियमों की अनुपालना की गई है। dbsrs
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