** ओवरऑल डेवलपमेंट पर देंगे ध्यान
शिक्षा विभाग ने राजकीय स्कूलों में बच्चों का संपूर्ण विकास करने के लिए क्लास तत्परता कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया है। इस प्रोग्राम के तहत पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों में विभिन्न जीवन उपयोगी कलाओं का कौशल विकसित किया जाएगा।
शिक्षा विभाग ने कार्यक्रम को सुचारू ढंग से संचालित के उद्देश्य से आवश्यक दिशा-निर्देश देने के लिए प्रदेशभर के जिला शिक्षा अधिकारियों, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों, खंडशिक्षा अधिकारियों, खंड मौलिक शिक्षा अधिकारियों, डीपीसी और एपीसी की मंडल स्तर पर मीटिंग बुलाई हैं। इन मीटिंग में क्लास तत्परता कार्यक्रम की रूपरेखा से अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा। इसके साथ ही उनसे सुझाव भी मांगे जा सकते हैं। 16 अप्रैल को महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी में रोहतक व गुडग़ांव मंडल की बैठक होगी। इसके अलावा अन्य तारीखों में दूसरे मंडलों के अंतर्गत आने वाले जिलों के शिक्षा अधिकारियों की बैठक ली जाएगी।
प्रोग्राम में यह गतिविधियां होंगी शामिल
सरकारी स्कूलों में क्लास रेडिनेस प्रोग्राम के तहत आयोजित की जाने वाली गतिविधियां विभिन्न तरह की होंगी। इन गतिविधियों में मुख्य रूप से आर्ट एंड क्राफ्ट, हैंडराइटिंग, सिलाई कटाई, मोमबत्ती, कुकिंग, गार्डनिंग और वेस्ट से बेस्ट बनाने की कला सिखाई जाएगी।
15 से लेकर 17 अप्रैल तक आयोजित होगी टीचर ट्रेनिंग
बीईईओ सपना जैन के अनुसार क्लास रेडिनेस प्रोग्राम को संचालित करने के लिए एबीआरसी को ट्रेनिंग मिल चुकी हैं। लेकिन अब ट्रेनिंग प्राप्त एबीआरसी 15 से 17 अप्रैल तक संबंधित स्कूलों के शिक्षकों को क्लास रेडिनेस प्रोग्राम के तहत आयोजित की जाने वाली गतिविधियों की जानकारी देंगे।
पहली से 8 तक के विद्यार्थी होंगे शामिल
क्लास रेडिनेस प्रोग्राम में संभावित तौर पर पहली से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को शामिल किया जाएगा। यह सभी विद्यार्थी सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले होंगे। इन विद्यार्थियों के ओवरऑल डेवलपमेंट पर ध्यान दिया जाएगा।
स्कूलों में क्लास रेडिनेस प्रोग्राम संचालित किया जाएगा। इसके लिए विभाग की ओर से मंडल स्तर पर सभी शिक्षा अधिकारियों, डीपीसी व डाइट प्रिंसिपलों की मीटिंग बुलाई है। रोहतक मंडल की मीटिंग 16 अप्रैल को एमडीयू ऑडिटोरियम में होगी। आशा मुंजाल, जिला शिक्षा अधिकारी करनाल। dbkrnl
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