पानीपत : एनएफएल टाउनशिप स्थित केंद्रीय विद्यालय बंद क्या हुआ, आसपास के निजी स्कूल संचालकों ने इस मौके को भुनाने की कोशिश शुरू कर दी। स्कूल बंद होने की सूचना मिलते ही शनिवार को कई निजी स्कूलों की अध्यापिकाएं टीमें बनाकर केंद्रीय स्कूल के सामने पहुंच गईं और बच्चों को उनके स्कूल में दाखिल कराने के अभिभावकों को मनाती नजर आईं।
वहीं, दूसरी ओर केंद्रीय स्कूल के एकाएक बंद होने के फैसले से गुस्साए अभिभावकों ने हरियाणा एवं पंजाब हाईकोर्ट में दस्तक देने के साथ ही सोमवार से अनशन शुरू करने का भी महापंचायत में निर्णय लिया है। अभिभावकों का कहना है कि बिना कोई नोटिस दिए स्कूल बंद कर उनके बच्चों का भविष्य अंधकारमय कर दिया है। वे चुप नहीं रहेंगे। स्कूल खुलवाने के लिए हर प्रयास करेंगे।
विकास नगर में पंचायत कर लिया फैसला, अब अनशन करेंगे
शुक्रवार को केंद्रीय विद्यालय के बंद होने से आक्रोशित अभिभावकों ने शनिवार को विकास नगर में महापंचायत की। वार्ड-14 की पार्षद मंजू देवी व उनके पति रामचंद्र कादियान की अध्यक्षता में विकास नगर मार्केट में आयोजित पंचायत में काफी संख्या में बच्चों के अभिभावक एकत्र हुए। अभिभावकों ने पंचायत में केंद्रीय स्कूल को बंद करने के फैसले पर रोष जताया और कहा कि स्कूल को बंद करना बच्चों व अभिभावकों के साथ सरासर धोखा है।
नोटिस नहीं दिया, अब क्या करें
अभिभावकों ने बताया कि बच्चों को पहले कोई नोटिस नहीं दिया गया। उन्होंने फीस पर्ची के साथ किताबें आदि भी खरीद ली हैं। अभिभावकों ने आरोप लगाया कि यह सीधे एनएफएल अधिकारियों की चाल है। उनके कहने पर ही केवीएस ने स्कूल बंद किया है। अभिभावकों का कहना है कि यह फैसला किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं है। स्कूल को खुलवाने के लिए वे अनशन पर बैठेंगे। यह अनशन सोमवार से ही गेट नंबर 2 पर शुरू कर दिया जाएगा। db
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