चंडीगढ़ : नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) ने अपने 11वीं और 12वीं की बायोलॉजी और एग्जाम्पलर में कई गलतियां कीं। चंडीगढ़ के डॉ. अरविंद गोयल ने गलतियों को ठीक करने के लिए एनसीईआरटी को कई बार लिखा। फिर भी इसे सुधारा नहीं गया। इस पर उन्होंने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की।
चीफ जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस अरुण पाली की बेंच ने अपने आदेश में कहा कि 6 महीने पहले एनसीईआरटी के संज्ञान में यह गलतियां लाई गईं थी लेकिन इसे सुधारा नहीं गया। इसलिए एक महीने के भीतर इसे ठीक कर याचिकाकर्ता को बताया जाए। डॉ. अरविंद ने बताया कि एनसीईआरटी ने अपनी 11वीं व 12वीं की बायोलॉजी कि किताब में 75 और एग्जाम्पलर में 48 गलतियां कीं। इन्हें ठीक करने को लेकर नवंबर 2012 को उन्होंने आरटीआई के तहत एनसीईआरटी से पूछा कि इसे कब ठीक करेंगे। 2013 में बायोलॉजी की 45 में से 33 गलतियां ही ठीक की गईं। सितंबर 2013 में फिर से उन्होंने पूछा कि सभी गलतियां क्यों नहीं ठीक की गईं, तो एनसीईआरटी ने कहा कि जनवरी 2014 तक कर देंगे। मार्च तक भी जब कुछ न हुआ तो डॉ. अरविंद ने हाईकोर्ट की शरण ली। db
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