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Wednesday, 16 April 2014

भुक्कल ने शिक्षा सचिव के दफ्तर से तलब की फाइल

** सुरीना राजन के दफ्तर में कई दिनों से पड़ी है 40000 बच्चों के दाखिले की फाइल 
** सत्र शुरू हुए बीते 15 दिन, आचार संहिता के नाम पर राजन ने रोक रखी है फाइल
चंडीगढ़ : प्रदेश के करीब 40000 गरीब बच्चों के दाखिले के मामले में अफसरों की लापरवाही से परेशान शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने मंगलवार को को शिक्षा विभाग की प्रधान सचिव सुरीना राजन के दफ्तर से फाइल तलब कर ली। उन्होंने कहा कि अगर सुरीना राजन बुधवार को किसी कारणवश अपने दफ्तर नहीं आती हैं तो भी फाइल उनके पास भिजवाई जाए, ताकि वे इन बच्चों के दाखिले के संबंध में फैसला लिया जा सके। 
 इससे पहले इस मामले में मंगलवार को ही भुक्कल ने अफसरों की बैठक बुलाकर दाखिले की वस्तुस्थिति का पता लगाकर दाखिला प्रक्रिया पूरी करने के लिए कहा था मगर मंगलवार को सुरीना राजन अपने दफ्तर नहीं आईं।  भुक्कल ने कहा, 'मैंने अपने स्टाफ को निर्देश दिए हैं कि बुधवार को हर हाल में सुरीना राजन के दफ्तर से बच्चों के दाखिले संबंधी स्थिति का पता लगाया जाए। अगर राजन दफ्तर नहीं आती हैं तो फाइल उनके पास से मंगवा ली जाए ताकि इस मामले में फैसला लिया जा सके।' 
आचार संहिता की गाइड लाइन मांगी: 
हरियाणा एजुकेशन एक्ट के नियम 134-ए के तहत 40 हजार से ज्यादा बच्चों को दाखिला देने में आचार संहिता आड़े नहीं आए, इसके लिए भुक्कल ने चीफ सेक्रेटरी दफ्तर से संशोधित आचार संहिता की गाइड लाइन भी मांगी है। 
बच्चों के भविष्य से हो रहा है खिलवाड़ 
नया शिक्षा सत्र शुरू हुए 15 दिन बीत चुके हैं। हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद विभाग इन बच्चों के दाखिले को लेकर फैसला नहीं कर पाया है। इधर, प्राइवेट स्कूल भी एडमिशन न देने की जिद पर अड़े हैं। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा का कहना है कि वे जब सरकार से कोई मदद नहीं ले रहे तो १० फीसदी सीटों पर गरीब बच्चों को निशुल्क क्यों पढ़ाएं। सरकार या तो इन बच्चों की फीस दे अथवा इन्हें सरकारी स्कूूलों में पढ़ाए। 
मंत्री के निवास पर धरने पर बैठे हुड्डा 
इस मामले में लड़ाई लड़ रहे दो जमा पांच मुद्दे जनआंदोलन के अध्यक्ष सतबीर हुड्डा ने मंगलवार को पहले शिक्षा निदेशक और सचिव से मिलने का प्रयास किया। जब मुलाकात नहीं हुई तो हुड्डा शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल के निवास पर पहुंच गए। जब मंत्री उनसे नहीं मिलीं तो हुड्डा उनके घर के बाहर धरने पर बैठ गए। बाद में भुक्कल ने हुड्डा को बुलाकर उनकी बात सुनी और समस्या का शीघ्र हल निकालने का आश्वासन देकर धरना खत्म करवाया।                                                            db


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