** पंजाब के समान वेतनमान दिए जाने का किया समर्थन, कहा, विधानसभा में सबसे पहले उठाया था मुद्दा
चंडीगढ़ : हरियाणा के सरकारी कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। पंजाब के समान वेतनमान को लेकर उन्हें राज्य के खेल एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का समर्थन हासिल हो गया है। विज इस मुद्दे पर अपनी ही सरकार के साथ टकराने से भी गुरेज नहीं करेंगे।
विज ने चंडीगढ़ प्रेस क्लब में कहा कि कर्मचारियों को पंजाब के समान वेतनमान दिए जाने का मुद्दा सबसे पहले उन्होंने ही विधानसभा में उठाया था। सदन में भाजपा विधायक दल के नेता के रूप में उठाई गई हर मांग और मुद्दा उनके लिए गीता के समान है। कर्मचारियों को उनका हक दिलाने के लिए जरूरत पड़ी तो वे इसकी लड़ाई लड़ेंगे। चाहे वे पार्टी व सरकार के भीतर ही क्यों न लड़नी पड़े।
विज ने कहा कि पूर्व सरकार हरियाणा नंबर वन का ढिंढोरा पीटती रही, लेकिन धरातल पर कुछ नहीं हुआ। इस नारे के प्रचार प्रसार पर 131 करोड़ रुपये भी खर्च कर दिए गए। कोई भी प्रदेश तब तक नंबर बन नहीं हो सकता, जब तक उसके कर्मचारियों को दूसरे राज्यों से अधिक वेतन न मिले। यहां तो स्थिति उसके बिल्कुल विपरीत है। प्रदेश के कर्मचारी पंजाब और चंडीगढ़ के मुकाबले काफी कम वेतन पा रहे हैं।
हुड्डा सरकार के फैसले की समीक्षा करा रही सरकार : पूर्व हुड्डा सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश के कर्मचारियों को नवंबर महीने से पंजाब के समान वेतनमान देने का निर्णय लिया था। इसे कैबिनेट में भी मंजूरी दी जा चुकी है। लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा की मनोहर सरकार हुड्डा सरकार के इस निर्णय की फिलहाल समीक्षा कर रही है, जबकि कर्मचारी पंजाब के समान वेतनमान न दिए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दे चुके हैं। दो लाख से अधिक कर्मचारियों को इसका लाभ मिलना है। इनमें 52 हजार पुलिस कर्मी भी शामिल हैं। dj
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