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Sunday, 15 February 2015

अपने स्कूल में परीक्षा नहीं देंगे छात्र

** शिक्षा बोर्ड ने नकल रोकने के लिए उठाया कदम, दूसरे सेंटरों पर देनी होगी परीक्षा 
रानियां : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने नकल रोकने के लिए जिस स्कूल में विद्यार्थी पढ़ रहे हैं वह पर परीक्षा नहीं दे पाएंगे। इसके लिए विद्यार्थियों को दूसरे शहर के परीक्षा केंद्र में पेपर देना होगा। यानि कोई भी विद्यार्थी अपने स्कूल या आसपास के स्कूल में नहीं बल्कि दूसरे गांव या शहर के स्कूल में ही परीक्षा दे सकेगा। बोर्ड के इस फैसले से विद्यार्थियों को झटका लगा है। 
इसके लिए पूरी योजना का खाका भी तैयार किया जा चुका है। इस योजना के तहत किसी परीक्षार्थी का परीक्षा केंद्र अपने गांव से दूर बनता है तो भी शिक्षा बोर्ड ने उसको वह परीक्षा केंद्र अलॉट कर दिया। प्रदेश के 10वीं 12वीं के करीब 125 स्कूलों के ही परीक्षार्थियों को ही इस योजना में शामिल किया गया है। अगर इस योजना के तहत शिक्षा बोर्ड को नकल रोकने में कामयाबी मिलती है तो उसके बाद सभी स्कूलों में लागू किया जाएगा। 
छात्राओं को छूट 
नई योजना में लड़कियों को छूट दी गई है। अगर किसी स्कूल में छात्राएं छात्र एक साथ पढ़ते है तो उन स्कूलों के परीक्षार्थियों को दूर किसी अन्य गांव के परीक्षा केंद्र पर नहीं जाना पड़ेगा। वे अपने गांव स्थित ही परीक्षा केंद्र में परीक्षा दे सकेंगी। पहले सभी परीक्षाएं स्कूलों के आसपास के सेंटरों पर ही दिया करते थे। इससे वहां बिना किसी रोकटोक के धड़ल्ले से नकल भी होती थी और दूसरे की जगह पर छात्र भी पेपर दे जाते थे। 
गुणात्मक शिक्षा के लिए सरकार का नया प्रयोग 
खंड शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र मेहता ने बताया कि विद्यार्थियों की उच्च शिक्षा में सुधार के लिए हरियाणा शिक्षा बोर्ड महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रहा है। इस बार छात्रों को परीक्षा देने के लिए घरेलू की बजाय दूर का सेंटर अलॉट किया जा सकता है। यह गुणात्मक शिक्षा को बढ़ाने के लिए सरकार का नया प्रयोग होगा। साथ ही नकल रहित परीक्षा भी हो सकेगी। इस योजना पर शिक्षा बोर्ड ने अधिकारियों से अभी सिर्फ सलाह मांगी है और कोई फाइनल फैसला नहीं हुआ है। सभी पहलू जांचने के बाद ही इस योजना को लागू किया जाएगा।                                            db

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