.

.

Breaking News

News Update:

How To Create a Website

*** Supreme Court Dismissed SLP of 719 Guest Teachers of Haryana *** यूजीसी नहीं सीबीएसई आयोजित कराएगी नेट *** नौकरी या दाखिला, सत्यापित प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं *** डीडी पावर के लिए हाईकोर्ट पहुंचे मिडिल हेडमास्टर *** बच्चों को फेल न करने की पॉलिसी सही नहीं : शिक्षा मंत्री ***

Monday, 2 February 2015

शिक्षा विभाग ने बिना योजना करा दिये कक्षा एक से पांच के पेपर

कैथल : शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षा का स्तर जांचने के लिए कक्षा एक से पांच तक के विद्यार्थियों की परीक्षा से अध्यापक नाखुश हैं। उनका कहना है कि विभाग की ओर से विद्यार्थियों  की परीक्षा लेने का फरमान तो जारी कर दिया गया लेकिन परीक्षा का स्तर जनवरी मास का सिलेबस होगा या पिछले 10 महीने में की गई पढ़ाई के आधार पर पेपर लिया जाएगा इसकी कोई भी जानकारी नहीं दी गई। विभाग द्वारा न तो परीक्षाआें के लिए कोई ब्लू प्रिंट तैयार किया गया और न अध्यापकों को इसके बारे में कोई जानकारी दी गई।
प्राथमिक शिक्षक संघ के पूर्व जिला प्रधान रोशन लाल पंवार ने बताया कि पिछले कई वर्षों से विभाग ने शिक्षा का अधिकार कानून लागू करने के बाद परीक्षाआें पर रोक लगा रखी थी। इससे विद्यार्थी बिना परीक्षा पास किए ही अगली कक्षाआें में भेज दिए जाते थे। फेल न करने तथा परीक्षा रहित मूल्यांकन की चौतरफा आलोचना होने के कारण अब शिक्षा विभाग तथा सरकार  शिक्षा का स्तर सुधारने की कवायद में जुटे हैं। प्रथम प्रयास में विभाग ने कक्षा एक से पांच के विद्यार्थियों की परीक्षा ली है।  शिक्षा विभाग का यह कदम तो सराहनीय है कि बच्चों का शैक्षिक स्तर जांचने के लिए परीक्षाआें का आयोजन अनिवार्य है, लेकिन यह अभी स्पष्ट नहीं है कि क्या परीक्षाआें के परिणाम के आधार पर न्यूनतम स्तर प्राप्त न करने वाले छात्रों को फेल भी किया जाएगा या उन्हें पिछले वर्षों की तरह अगली कक्षा में दाखिला मिल जाएगा।                                       dt

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.