फरीदाबाद : निजीस्कूलों में प्रैक्टिकल के नाम पर सौ फीसदी नंबर देना अब मुसीबत को दावत देने जैसा होगा। शिक्षा निदेशालय पंचकूला के निदेशक ने पत्र लिखकर सभी जिला शिक्षा अधिकारी को कमेटी बनाकर निजी स्कूलों में लैब आदि की स्थिति पता लगाने का कहा है। एक ही प्रिंसिपल दो स्कूलों का काम देखता है तो उस पर भी कार्रवाई होगी। गलती पाए जाने पर मान्यता तक रद्द हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि लंबे समय से यह शिकायत मिल रही थी कि जिन स्कूलों में लैब आदि की व्यवस्था नहीं है। वहां मैथ, फिजिक्स, केमेस्ट्री बायोलॉजी जैसे सब्जेक्ट में साै फीसदी तक नंबर दे दिए जाते हैं। जबकि यह कैसे संभव है। जब वहां लैब ही नहीं है। ऐसे निजी स्कूलों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है। डीईओ कार्यालय को फार्मा भेजकर जानकारी मांगी है। 7 सदस्यीय कमेटी के गठन की बात कही है, जो स्कूलों में चेक करेगी। जिले में 200 से अधिक मान्यता प्राप्त स्कूल हैं। करीब 325 अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूल हैं। इनपर नजर होगी। उपजिला शिक्षा अधिकारी डॉ. रमेशचंद्र शर्मा ने बताया कि निदेशालय को मिली शिकायत के आदेश पर ऐसे स्कूलों की पहचान शुरू कर दी गई है।
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